(What did the Chinese staff bring in the suitcase when they came to G20? Didn’t allow suitcase to be checked, was creating tension for 12 hours)
जी20 समिट के दौरान पिछले गुरुवार को एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया। दिल्ली में उस दिन अधिकारियों के दिमाग में एक ही बात चल रही थी, क्या जी20 समिट में आम सहमति बन पाएगी? हालांकि एक पांच-सितारा होटल में अलग ही ड्रामा चल रहा था। जी हां, मामला ऐसा जिसमें इंटेलिजेंस एजेंसियां भी समझ नहीं पा रही थीं कि क्या किया जाए। दरअसल, होटल ताज पैलेस में चीन से आए प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य के पास काफी असामान्य साइज का बैग देखा गया। सुरक्षा एजेंसियों की नजर उस पर टिक गई। वैसे टीम को ‘डिप्लोमेटिक बैगेज’ को लेकर स्पष्ट निर्देश थे लेकिन उन बैगों का साइज बिल्कुल अलग दिख रहा था। फिर भी डिप्लोमेटिक प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने बैग को अंदर ले जाने की परमिशन दे दी।
बता दें, भारत की मेजबानी में 18वें G20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ है. इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों तक ने शिरकत की. लेकिन चीन ने शुरुआत से ही स्पष्ट कर दिया था कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस सम्मेलन में शिरकत नहीं करेंगे. जिनपिंग की G20 से दूरी के बाद अब चीन ने सम्मेलन की मेजबानी को लेकर भारत की सराहना की है.
पुलिस के मुताबिक इसके बाद जो भी चाइनीज डेलिगेशन आया उन्होंने अपने सब बैग चेक करवाए. लेकिन जिस बैग की चेकिंग के लिए दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कहा था उस बैग में क्या था ये अभी तक साफ नहीं हुआ है. कथित तौर पर तनावपूर्ण गतिरोध तब उत्पन्न हुआ जब सुरक्षाकर्मियों ने चाइनीज डेलिगेशन को अपने बैग को स्कैन करने के लिए मनाने की कोशिश की क्योंकि यह ‘अनिवार्य जांच’ थी.जैसे ही कर्मचारियों के वरिष्ठों को सतर्क किया गया, उन्होंने त्वरित परामर्श किया और टीम से बैगों को स्कैनर के माध्यम चेक करने के लिए कहा.
मीडिया ने बताया कि इस चीनी व्यक्ति को छोड़कर सभी प्रतिनिधि चेकिंग के लिए आए थे. सुरक्षाकर्मियों को तब और हैरानी हुई जब उन्हें पता चला कि चीनी प्रतिनिधि ने ‘अलग और निजी इंटरनेट कनेक्शन’ की मांग की थी. होटल ने कथित तौर पर अनुरोध को अस्वीकार कर दिया, जिसके कारण 12 घंटे तक ड्रामा चला.