Tragic: Four children of the same family died due to electric shock coming from the fan.
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में 4 बच्चों की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई. घटना बारासागर थाना क्षेत्र के लालमन खेड़ा गांव की है, जहां कल शाम एक घर के बाहर रखे फर्राटा पंखे में बिजली का करंट दौड़ गया. एक के बाद एक कर चार बच्चे-बच्चियां इसकी चपेट में आ गए और करंट लगने से उनकी मौत हो गई. हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया. घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू की.
सभी मृतक बच्चे और बच्चियों की उम्र 9 साल से कम है और वे सभी एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं. लालमन खेड़ा गांव के निवासी वीरेंद्र कुमार (पुत्र द्वारिका प्रसाद) के घर के बाहर एक फर्राटा पंखा लगा था. इसी दौरान पास में खेल रहे एक बच्चे ने उसे छू लिया. पंखे में करंट होने की वजह से वह इसकी चपेट में आ गया. उसके साथ खेल रहे तीन और बच्चे पंखे के पास पहुंच गए और करंट की चपेट में आ गए.
करंट लगने से चारों की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक मृत बच्चों की पहचान मयंक (9), हिमांशी (8), हिमांक (6) और मानसी (4) के रूप में हुई है. ये सभी आपस में भाई-बहन थे. चारों के शव देख उनके परिजन बेहोश हो गए. मोहल्ले के लोग भी इस हादसे से काफी भावुक दिखे. हादसे की जानकारी बारासागर थाना पुलिस को दी गई.
पुलिस ने दी ये जानकारी
उन्नाव सीओ सिटी आशुतोष कुमार ने इस हादसे के बारे में जानकारी देते हुए बताया, थाना बारासगवर क्षेत्र के लालवंत खोया गांव के रहने वाले वीरेंद्र कुमार सरोज के घर में रखे फर्राटा फैन में करंट आ जाने से उसकी चपेट में आकर उनके चार बच्चों की मौत हो गई. इनमें दो बेटे और दो बेटियां शामिल हैं. सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर थाना प्रभारी बारासगवर पहुंचे. आगे विधिक कार्रवाई की जा रही है.
जिसने देखा दर्दनाक मंजर, नहीं रोक पाए आंसू
वीरेन्द्र सिंह के घर का जो आंगन बच्चों की किलकारी और खेलकूद से गुलजार रहता था आज उस आंगन में मातम पसरा हुआ है. जहां चारों बच्चे आपस में मिलकर खेला करते थे वहां आज उनके शांत शव पड़े हुए थे. जिसने भी यह मंजर देखा उसकी आंखों में आंसू थम नहीं रहे. सबसे बुरा हाल बच्चों के माता-पिता का है. घर में अपने जिगर के टुकड़ों के शव देख माता-पिता बेसुध हो गए. मां शिवदेवी बच्चों के शवों से लिपटकर बेहाल हो गई. अपने कलेजे के टुकड़ों को देख वह सदमे की हालत में पहुंच गई. जिसने भी यह दर्दनाक मंजर देखा वह अपने आंसू रोक नहीं पाया.