Congress Block President to return for election work in the assembly constituency, discussion of factionalism in the party…
पार्टी में अंतर कलह के कारण दूसरे विधान सभा क्षेत्र में जिम्मेदारी देने की बात आई थी सामने
अब ठण्डाराम के वापसी से क्या होगा समीकरण
रायगढ़/ लैलूंगा कांग्रेस में हो रहे उठापटक से अंतर्कलह की सुगबुगाहट के बीच टिकट वितरण से ही खीचतान देखने को मिल रही है। कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस ने एक आदेश जारी करते हुए लैलूंगा कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष ठण्डाराम बेहरा व पूर्व ब्लाक अध्यक्ष ओमसागर पटेल को रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जिम्मेदारी दिया गया था। सूत्रों की माने तो ठण्डाराम और ओमसागर पटेल के कार्यप्रणाली से लैलूंगा कांग्रेस नेता सहित कार्यकर्ता काफी नराज थे जिसके कारण सोशल मीडिया पर खुला चुनौती देने की बात सामने आई थी। वहीं बताया जा रहा है कि बहुत से कार्यकर्ता और नेता मन लगाकर चुनाव के कार्य करने में हिचकिचाहट करने लगे थे इन सभी पहलुओ को ध्यान में रखते हुए जिम्मेदारी में फेरबदल हुआ था जिससे अंतर्कलह खत्म होने की संभावना जताई रही थी परंतु अब ठंडराम की पुनः वापसी के बाद लैलूंगा कांग्रेस में गुटबाजी पनपने की बात कही जा रही है और इसे विरोधियों को एक बड़ा सबक बताया जा रहा है। जिनके विरोध पर दूसरे विधानसभा का जिम्मेदारी दिया गया अब उसी व्यक्ति को फिर से आदेश जारी करते हुए लैलूंगा की जिम्मेदारी सौंपी है। राजनीतिक गलियारों में यह बड़ा चर्चा का विषय बन गया है जिसको लेकर लोग तरह तरह की बाते कर रहे है। लोगो का कहना है कि अब कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर रहेगी कुछ दिनों से नराज कार्यकर्ता उत्साहित होकर चुनाव प्रचार प्रसार करने में लगे थे वे अब कितने सक्रिय होंगे आने वाला समय बताएगा। बात यह भी सामने आ रही है कि प्रत्याशी विद्यावती के लिए भी चिंता का विषय हो सकता है और उनके जनसंपर्क के बीच इन सभी उठापटक से उनके सामने सबको साथ लेकर चलना किसी चुनौती से कम नहीं है। अगर इन राजनीतिक उठापटक को किस तरह खत्म करने में सफलता मिलती हैं।यह देखना होगा।