Chhattisgarhi Sarayuparin Brahmin community celebrated Sharad Purnima, distributed Amrit Kheer Prasad
■एक स्वर में हुआ हनुमान चालीसा का पाठ एवँ समाजिक वरिष्ठजनों का हुआ सम्मान

■शरदपूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम में सामाजिक लोगो ने बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा
सौरभ बरवाड़/भाटापारा :- भाटापारा कल्याण सागर तालाब रोड राम जानकी मंदिर के पास सरयू सदन में छत्तीसगढ़ी सरयूपारीण ब्राह्मण समाज के द्वारा बड़े उत्साह एवं सामूहिक रूप से शरद पूर्णिमा का उत्सव मनाया गया। जिसमें समाज के वरिष्ठ, युवा, महिलाएं-पुरुष सम्मिलित हुई। शरद पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पं. झम्मन शास्त्री, राजेंद्र शास्त्री, शिव तिवारी,डॉ सोहन लाल तिवारी,आरएस शर्मा, गौरीशंकर शर्मा,त्रिलोक प्रसाद तिवारी, एनपी मिश्रा,अनिल पांडे, मनोज पांडे एवं सरयूपारीण ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष सुनील दुबे, उपाध्यक्ष राज दीपक पांडे मनीष शुक्ला, भूपेशधर दीवान, राजू दुबे, कोमल शर्मा, सूर्यकांत तिवारी, प्रशांत दीवान, टुपेश्वर शर्मा, संतोष शर्मा, रुपेश मिश्रा, मुकेश शर्मा, सुनील तिवारी,सचिन्द्र शर्मा, दिनेश शर्मा,जितेंद्र पाठक,रविशंकर तिवारी,सन्दीप चौबे,तेजस्वी शर्मा,देवेंद्र शर्मा,हितेश शर्मा,संजय तिवारी,राजेन्द्र दुबे,संतोषी शर्मा,धनेश तिवारी,शिव शर्मा,अमित तिवारी,सुनील शर्मा एवं सरयूपारीण ब्राम्हण समाज महिला विंग से अध्यक्ष निशा शर्मा, सचिव उषा मिश्रा, ममता दीवान, निशा आनंद शर्मा, सुषमा मिश्रा, रश्मि तिवारी, शालिनी तिवारी, संध्या तिवारी,अंजली दुबे,सरिता शर्मा,पायल तिवारी,सुनीला पांडेय,उपासना शर्मा,प्रियंका तिवारी, केशर शर्मा, नीलू मिश्रा, आशा तिवारी एवं अन्य सामाजिक महिला एवं पुरुष उपस्थित रहे । शरद पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम के आरंभ में भगवान परशुराम एवं हनुमान जी की पूजा अर्चना की गई । इसके बाद उपस्थित वरिष्ठजनों का नारियल एवं फूल माला से सम्मान किया गया एवं शरद पूर्णिमा के अवसर पर संबोधन करते हुए पं.झम्मन शास्त्री ने शरद पूर्णिमा के महत्व को बताते हुए भगवान श्रीकृष्ण के रासलीला का वर्णन एवं उनके गुण रहस्यों को बताते हुए अनेक ग्रंथ-पुराणों की बाते विप्रो के समक्ष रखी, वहीं सामाजिक स्तर पर लगातार कार्यक्रम करने एवं समाज के लोगों की उपस्थिति को बढ़ाने की अपील की साथ ही प्रतिमाह कार्यक्रमों के रूपरेखा बनाने के लिए समाज के प्रमुख एवं सामाजिक लोगों को गतिविधियां तय करने की बात कही। समाज के वरिष्ठ गौरीशंकर शर्मा ने ब्राह्मणों के गोत्र एवं सामाजिक दायित्व को लेकर लिखे जाने वाले किताब के बारे में बताया साथ ही सामाजिक लोगों में जागरूकता बढ़ाने की बात कहते हुए समाज के कार्यों में रुचि लेने एवं अपनी उपस्थिति सामाजिक गतिविधियों में बढ़ाने की बात कही । महिला विंग सचिव उषा मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि शरदपूर्णिमा में भगवान शंकर गोपी बनकर शामिल हुए वही समाज के लोगों को एकजुट होकर काम करने की सलाह दी एवँ शरद पूर्णिमा की बधाई शुभकामनाएं दी । संबोधन के पश्चात सभी ने एक स्वर में हनुमान चालीसा का पाठ किया एवं संकीर्तन किया । इसके बाद अमृत स्वरूप प्रसादी में खीर पुरी सब्जी का सामाजिक लोगों ने प्रसादी पाया। अंतिम में छत्तीसगढ़ी सरयूपारीण ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष सुनील दुबे ने अपने संबोधन में उपस्थित सामाजिक लोगों को एवं अतिथियों को धन्यवाद व्यापित करते हुए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शरद पूर्णिमा के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें आप लोगों की उपस्थित सराहनी एवं उत्साहवर्धन करने योग्य रही, इसी तरह से आगे भी सामाजिक कार्यों एवं कार्यक्रमों का निर्वाह किया जाएगा जिसमें आप सभी से अपील है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में सामाजिक गतिविधियों में भाग ले जिससे समाज उत्तरोत्तर उन्नति करे ।