Home छत्तीसगढ़ अपनी छत्तीगढ़ी रचनाओं से कवियों ने श्रोताओं को लोटपोट किया

अपनी छत्तीगढ़ी रचनाओं से कवियों ने श्रोताओं को लोटपोट किया

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सौरभ बरवाड़/भाटापारा : – शहर के स्थानीय मिनीमाता नगर सेंट मैरी कॉलोनी में जय सतनाम सेवा समिति द्वारा भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा के सम्मान में रखे गए इस कवि सम्मेलन में प्रदेश के जाने-माने कवियों ने हिस्सा लिया। उक्त कार्यक्रम में विशेष अतिथियों के रूप में अपर कलेक्टर मिथिलेश डोण्डे ,ग्लोबल जर्नलिस्ट एंड मीडिया संघ के प्रदेश महासचिव व पत्रकार सत्यनारायण (सत्तू ) पटेल, अंतर्राष्ट्रीय रामायण पाशर्व गायक ललित सिंह ठाकुर उपस्थित रहे। कवि सम्मेलन का संचालन भाटापारा शहर में ही निवासरत व्याख्याता एवं सुप्रसिद्ध कवयित्री अन्नपूर्णा पवार आहुति ने अपने ओजस्वी अंदाज में किया। प्रदेश में अपनी तरह का यह पहला कवि सम्मेलन था जिसे एक महिला कवियित्री द्वारा संचालित किया गया। कार्यक्रम में चार चांद नांदघाट से आए छत्तीसगढ़ी हास्य कवि कृष्णा भारती ने अपनी कविता … देख संगी कईसे संसार हो गे हे, सब के सब मतलब के यार हो गे हे, मिरचा घलो हा अब मीठ लागथे मनखे के बोली मं अतका झार हो गए हे , लोगों को खूब हंसाया। एक तरफ अपनी अनूठी शेरो शायरी और गीतों से रायपुर से आए बेहतरीन शायर इरफानुद्दीन इरफान ने मरकर भी जिंदा आंखों से देखने की बड़ी ही सुंदर शायरी की माध्यम से प्रस्तुति कुछ इस तरह दी। जिंदगी पे ये एहसान कर जाएंगे हम, मोहब्बत का विषपान कर जाएंगे, मर के भी आपको देखना है हमें, इसलिए नयन दान कर जाएंगे ,उपस्थित लोगों का का दिल जीता, तो वहीं दूसरी ओर जनता को हंसा हंसा कर लोटपोट करने का काम बिलासपुर के कवि शरद यादव अक्स ने धारदार और स्पष्ट संदेश देते हुये कहा …कइसे होही हमर मिलन, तोर बाप ह गोरी लगे विलन। तोर मोर मया के लव स्टोरी फ्लॉप हो ही हमर फ़िलम, लोगों को खूब गुदगुदाया।

गुरु घासीदास के योगदान का उल्लेख किया

अंत में देश के वीर शहीदों को याद करते हुए एवं गुरु घासीदास बाबा की समाज को अमिट सीखों का हवाला देते हुए नारियों की तत्कालीन अवस्था और जागृति के लिए किस तरह प्रस्तुति दी …लुट रही है द्रौपदी गोविंद तुमको भान है , अनगिनत पीड़ाओं की जैसे हृदय में खान है। अन्नपूर्णा पवार आहुति ने अपनी कविताओं से श्रोता गणों में शीत ऋतु की रात में गर्म रक्त का संचार कर दिया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष रूप सिंह कोसले, राजमहंत प्रमोद गायकवाड , धर्मगुरु प्रतिनिधि देवनारायण बांधे, कोषाध्यक्ष चंद्रजी कुर्रे,विनोद गायकवाड, मुकेश चतुर्वेदी,वीरेंद्र बंजारे ,कोमलचंद कोसले ,खिलेश्वर पुरैना ,रामेश्वर मनहर, विजय भट्ट , मुकेश सोनवानी , महेंद्र कुर्रे , विमल कुर्रे, रेशम गेंदले,ओमप्रकाश कुर्रे, देव प्रसाद बंजारे ,फुल दास मारकंडे , युवा साथी राजा कुर्रे ,साहिल , आनंद देव , समीर , लायन , भावेश ,सुधीर खिलेंद्र ,राहुल सहित सतनाम सेवा समिति के सदस्य एवं श्रोतागण उपस्थित रहे ।

 

 

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