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संसद सुरक्षा में हुई चूक पर राहुल गांधी का पहला बयान, राहुल ने मोदी सरकार की नीतियों पर उठाए सवाल

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Rahul Gandhi’s first statement on the lapse in Parliament security, Rahul raised questions on the policies of Modi government

 

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संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (16 दिसंबर) को कहा कि इसके पीछे कारण बेरोजगारी और महंगाई हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा में चूक हुई है, लेकिन यह क्यों हुआ? सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का मुद्दा है, जिसे लेकर पूरे देश में उबाल है.’’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के कारण हिंदुस्तान के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है.
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गृहमंत्री सदन में बयान देना नहीं चाहते. वह मीडिया में इस मामले पर बयान दे रहे हैं, लेकिन सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सदन में नहीं बोलते हैं. साथ ही कहा कि वह कांग्रेस का नाम लेकर वोट मांगते हैं, नेहरूजी और गांधीजी को निशाना बनाकर वोट मांगते हैं.

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कहा था कि नौजवानों के परिवार से जब मीडिया ने बात की, तो उन्होंने बताया कि ये सभी युवा बेरोजगारी से दुखी थे. इसलिए वो सदन में कूद गए. नौकरी नहीं मिल रही थी तो गूंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए वो लोग सदन में कूद गए थे.

कब हुई घटना?
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार (13 दिसंबर) को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना हुई थी. लोकसभा की कार्यवाही के समय दोपहर के करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए.

इसके बाद केन के जरिए पीले रंग का धुआं फैला दिया. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया. उसी समय दो अन्य ने संसद के बाहर पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन किया.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा सरकार पर वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और आश्चर्य जताया था कि गृहमंत्री सदन में बयान देने को तैयार क्यों नहीं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इसमें मैसूरु के भाजपा सांसद की भूमिका थी जिन्होंने घुसपैठियों को विजिटर पास उपलब्ध कराए थे. जयराम रमेश ने सवाल उठाया था कि इस मामले में उनकी क्या भूमिका है. साथ ही कहा था कि ये संसद की अवमानना है. यह संसदीय परंपराओं की अवमानना है. जब संसद का सत्र चल रहा हो तो मंत्री कभी भी गंभीर मुद्दों पर संसद के बाहर इतने बड़े बयान नहीं देते. वे संसद को विश्वास में लेते हैं.

लोकसभा में कूदने वाले दोनों लोगों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है. दो लोग जो सदन के बाहर थे, उनकी पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है.

इसके अलावा इन सब के पीछे मास्टरमाइंड माने जा रहे ललित झा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सभी पांच आरोपी फिलहाल पुलिस की हिरासत में हैं.

 

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