Home Blog महतारी वंदन, बनी संबल: अब आत्मनिर्भर हैं रेखा दास महंत

महतारी वंदन, बनी संबल: अब आत्मनिर्भर हैं रेखा दास महंत

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Salutation to the mother, became a support: Rekha Das Mahant is now self-dependent

रायपुर / छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण हेतु शुरू की गई महतारी वंदन योजना ग्रामीण जरूरतमंद महिलाओं के लिए आशा की नई किरण बन गई है। विकासखंड पाली के ग्राम तिवरता की निवासी रेखा दास महंत इसकी एक जीवंत मिसाल हैं, जिनका जीवन इस योजना से बदल गया है।

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रेखा दास महंत पहले अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कभी पड़ोसियों से, तो कभी रिश्तेदारों से उधार मांगने को मजबूर थीं। कई बार बेहद जरूरी कार्यों के लिए भी उन्हें मदद नहीं मिलती थी। लेकिन अब महतारी वंदन योजना के तहत उन्हें हर महीने एक हज़ार रुपये की नियमित आर्थिक सहायता मिलती है, जिससे उनके छोटे-मोटे घरेलू खर्च आसानी से पूरे हो जाते हैं।

रेखा कहती है कि अब मुझे अपनी छोटी जरूरतों के लिए किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ती। हर माह खाते में आने वाली राशि से दाल-चावल, बच्चों की जरूरतें और अन्य ज़रूरी सामान खरीद लेती हूं। रेखा के पति श्री गणेश दास खेती-किसानी करते हैं, लेकिन सिंचाई की समस्या के कारण धान की पैदावार कम होती है। ऐसे में घर का सारा भार रेखा पर आ जाता था। लेकिन अब, महतारी वंदन योजना की राशि ने उन्हें आत्मनिर्भर बना दिया है।

रेखा को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी प्राप्त हुआ है। अब उनका परिवार कच्चे मकान की असुविधा से मुक्त होकर पक्के घर में सुरक्षित जीवन व्यतीत कर रहा है। वह बताती हैं कि पहले बरसात में घर टपकता था, बच्चे बीमार पड़ते थे। अब पक्के मकान में से जीवन में राहत आ गई है।

रेखा दास महंत ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह सरकार वास्तव में गरीबों की सरकार है। महतारी वंदन योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना ने हम जैसे परिवारों को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर दिया है। महतारी वंदन योजना से अब हम जैसी महिलाओं को एक नया संबल मिला है। यह योजना, नारी गरिमा, स्वाभिमान और सामाजिक सुरक्षा का प्रतीक बन चुकी है।

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