The meeting of the community leaders concluded under the chairmanship of Dhruv Kumar Mirdha, Chairman of the Leather Craftsmen Board
परंपरागत व्यवसाय को पुनर्जीवित करने पर दिया जोर

रायपुर / छत्तीसगढ़ चर्म शिल्पकार विकास बोर्ड अध्यक्ष, ध्रुव कुमार मिर्धा की अध्यक्षता में राजधानी रायपुर स्थित कार्यालय में समाज प्रमुखों की सामाजिक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बोर्ड के सचिव श्री संकल्प साहू सहित श्री कृष्ण कुमार रायकर बिलासपुर, श्री धर्मेन्द्र चौरे, गरियाबंद, श्री विजय मेहरा, बिलासपुर, श्री खेमराज बाकरे रायपुर, श्री बुद्धेश्वर सोनवानी महासमुन्द, श्री के. एल. टान्डेकर राजनांदगांव एवं समाज के अन्य प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
बोर्ड के अध्यक्ष श्री ध्रुव कुमार मिर्धा ने बोर्ड के कार्य एवं उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए बताया की राज्य में चर्म शिल्पकार को शासन की योजनाओं के माध्यम से स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना, उन्नत प्रशिक्षण एवं उन्नत तकनीकी उपकरण प्रदान करना, चर्म शिल्पकार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने में सहयोग करना, स्वरोजगार स्थापित करने के लिए बैंकों से ऋण स्वीकृत करवाना है। मिर्धा द्वारा पूर्व में मूलरूप से परंपरागत कार्य को छोड़ चुके व्यक्ति के लिये पुनः कार्य पुनर्जीवित करने के संबंध में समाज प्रमुखों से सुझाव मांगा गया।
समाज प्रमुखों के द्वारा स्थानीय संसाधन उपलब्ध कराते हुये छोटे-छोटे चर्म शिल्पकारों को नगर निगम, नगर पालिका एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी गुमटी, छोटा पक्का दुकान उपलब्ध करने, मृत्त पशुओं के अवशेषों के संरक्षण, संवर्धन एवं निस्तारण हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक तकनीकी का उपयोग करना, चर्म शिल्प में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहन देने एवं ज्ञान, कौशल उन्नयन करने संबंधी सुझाव प्रस्तुत किया गया।