भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित किया जाएगा. इसकी जानकारी खुद पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए दी है.
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट में कहा, “मैं यह साझा कर के काफी खुश हूं कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात की और उन्हें इस सम्मान को दिए जाने पर बधाई दी। वह हमारे समय के सबसे बड़े और सम्मानित जननेता रहे हैं। भारत के विकास में उनका योगदान स्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर देश के उप-प्रधानमंत्री के तौर पर काम करते हुए चला। उन्होंने गृह मंत्री और सूचना-प्रसारण मंत्री के तौर पर काम करते हुए भी खुद को दूसरों से अलग किया। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय रहे हैं और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।”
कराची से दिल्ली तक आडवाणी की सफर
लालकृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता हैं. 96 वर्षीय आडवाणी का जन्म 1927 में पाकिस्तान के कराची में हुआ था. साल 1942 में ही वो राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ में शामिल हुए और आजादी के संघर्ष में अपना योगदान दिया. 1947 में देश के आजाद होने और भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद वो परिवार के साथ सिंध से दिल्ली आ गए. यहां वो पहले जनसंघ से जुड़े और फिर आपातकाल के बाद भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य बने. 1988 में वो पहली बार भारत के गृह मंत्री बने. जून 2002 से मई 2004 तक अटल बिहार वाजपेयी की सरकार के दौरान वो देश के उप प्रधानमंत्री रहे.