(Electric current from mobile charger, the innocent fell asleep in the lap of death)
एक छोटी सी लापरवाही पड़ गई इतनी भारी कि एक मासूम की जान ही चली गई ।
यह छोटी सी लापरवाही परिवार में मातम का कारण बन गई। कई बार हम मोबाइल चार्ज करने के बाद न तो चार्जर का स्विच ऑफ करते हैं और न ही बिजली के बोर्ड से चार्जर को बाहर निकालते हैं। लेकिन इसका परिणाम कितना घातक हो सकता है इसका हमें अंदाज भी नही लगता। हुआ यूं कि किसी ने मोबाइल चार्जर को बोर्ड पर लगा हुआ छोड़ दिया और उसका स्विच भी ऑफ नहीं किया। इसी दौरान खेलते हुए बच्ची ने चार्जर की पिन को मुंह में डाल लिया, इससे बच्ची को जोरदार करंट लगा और उसकी मौत हो गई।
बुलंदशहर जंहागीराबाद के अंसारियान मोहल्ला निवासी अहमद हुसैन की बेटी रजिया की ससुराल दिल्ली के मुस्तफाबाद मोहल्ले में है। शुक्रवार को वह अपने ढाई साल की बेटी शहवर के साथ मायके आई थी। शनिवार सुबह परिवार के किसी सदस्य ने अपना मोबाइल फोन चार्जर में लगाया। चार्ज होने के बाद मोबाइल हटा लिया, लेकिन चार्जर बिजली के बोर्ड में ही लगा रहा और स्विच भी ऑन रहा। शहवर ने चार्जर का पिन अपने मुंह में डाल लिया। करंट से उसकी मौत हो गई। बच्ची के मौत से घर में कोहराम मच गया ।
परिवार के ही किसी सदस्य के द्वारा अनजाने में को गई इस भूल से एक मासूम अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठी ।