(First time voters, in whose favor will they vote? Both Congress and BJP have put their lives to help them!)
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। ऐसे में सभी प्रमुख दल चुनावी संग्राम के लिए कमर कस रहे हैं । इसी क्रम में नए मतदाताओं को रिझाने में कांग्री और भाजपा दोनों ही दल ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। सभी राजनीतिक दल लगातार संपर्क अभियान चला रही हैं। सीएम भूपेश का संवाद कार्यक्रम भी इसी रणनीति का हिस्सा है।भाजपा इस वर्ग के लिए अलग से चला रही है संपर्क अभियान ।
छत्तीसगढ़ में वोटरों की संख्या
कुल वोटर- 19640430
पुरुष- 9806906
महिला- 9832757
थर्ड जेंडर- 767
वरिष्ठ नागरीक (80+) 202740
फर्स्ट टाइम वोटर्स- 425698
सेवा कर्मी वोटर- 19854
राजनीतिक पार्टियां वोटरों को साधने की हर संभव कोशिश में जुट गई हैं। आंदोलन, प्रदर्शन से लेकर जनसंपर्क सब कुछ शुरू हो गया है। अलग-अलग वर्ग के वोटरों को रिझाने के लिए अलग-अलग तरीके भी अपनाए जा रहे हैं। इन सब के बीच दोनों राष्ट्रीय दलों कांग्रेस और भाजपा के साथ ही बाकी पार्टियों की भी नजर एक खास वर्ग के वोटरों पर है। इन वर्ग वोटरों की संख्या 4 लाख 25 हजार 698 है। इसके बावजूद इनके लिए पार्टियां अलग से अभियान चला रही हैं।
दरअसल यह संख्या राज्य के फर्स्ट टाइम वोटर्स की है। इनकी उम्र 18 से 19 साल है और ये पहली बार इस विधानसभा चुनाव में वोट देंगे। इन्हीं फर्स्ट टाइम वोटर्स को अपने पक्ष में करने के लिए राजनीतिक पार्टियां पूरी ताकत लगाए हुए है।
राज्य में कुल वोटरों की संख्या एक करोड़ 96 लाख से अधिक है। इस लिहाज से देखे तो 18 से 19 साल उम्र के वोटरों की संख्या उतनी अधिक नहीं है। इसके बावजूद इन्हें साधने की कोशिश हो रही है। राजनीतिक विश्लेषकों की राय में यह राजनीतिक पार्टियों का लॉंग टर्म प्लान है। यानी उम्र के इस दौर में उन्हें साध लिया जाए तो भविष्य के लिए बड़ा वोट बैंक तैयार हो जाएगा। यही फर्स्ट टाइम वोटर्स आगे चलकर समाज और राजनीति में प्रभाव डालेगें।
फर्स्ट टाइम वोटर्स को अपने पक्ष में करने की कोशिश कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां कर रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का युवाओं से भेंट- मुलाकात पार्टी की इसी रणनीति का हिस्सा है। अब तक रायपुर और बिलासपुर संभाग में इस कार्यक्रम का आयोजन हो चुकी है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बघेल युवाओं से सीधा संवाद कर रहे हैं। उधर, भाजपा भी फर्स्ट टाइम वोटर्स के लिए विशेष संपर्क अभियान चला रही है। इसके लिए पार्टी में नेताओं को अलग से जिम्मेदारी दी गई है। कल पार्टी मुख्यालय में हुई कोरग्रुप की बैठक में इसकी भी समीक्षा हुई। इसमें भाजपा पदाधिकारियों ने मोर्चा पदाधिकारियों से प्रथम बार के मतदाताओं से गहन सम्पर्क साधने को भी कहा है।
फर्स्ट टाइम वोटर्स के लिए कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने बात हे स्वाभिमानके हमर पहली मतदान के अभियान चला रही है। यह अभियान की शुरुआत 26 जुलाई को रायपुर में की गई। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, पीसीसी चीफ दीपक बैज मौजूद थे। साथ ही एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन और प्रदेश प्रभारी विशाल चौधरी भी शामिल हुए थे।
इन फर्स्ट टाइम वोटर्स को जो साध लेगा उसका असर राजनीति पर लंबे समय तक दिखेगा ।