बताया जा रहा है, कि जेल में बंद कैदी कौशर अली साल 2020 से चनावे जेल में नशीला पदार्थ तस्करी मामले में बंद है। 17 फरवरी की सुबह वो एक मोबाइल से बात कर रहा था, तभी कुछ पुलिसकर्मी जांच के लिए पहुंच गए। पुलिस कर्मियों को देख कर वह डर गया और मोबाइल को मुंह में रख कर निगल गया। दो दिन बाद जब उसके पेट में दर्द शुरू हुआ तो उसने जेल कर्मियों को इस बारे में बताया।
बिहार के गोपालगंज से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. जेल में एक कैदी पकड़े जाने के डर से मोबाइल को ही निगल गया. फोन के निगले जाने के थोड़ी देर बाद कैदी के पेट में भयंकर दर्द शुरू हुआ जिसके बाद उसे शहर के सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. जब डॉक्टरों ने उसकी जांच की एक्स-रे वगैरह की तब उसके पेट में एक मोबाइल फोन है. उससे पूछताछ के बाद पता चला कि उसने डर से मोबाइल फोन निगल गया है जिसकी वजह से उसके पेट में भयानक दर्द होने लगा.
एक्स-रे से पता चला मोबाइल निगला है
कैदी का नाम कैशर अली है. वो नगर थाना क्षेत्र के इंदरवा रफी गांव निवासी बाबू जान मियां का पुत्र बताया जा रहा है. गोपालगंज के चनावे के जेल में कैदी काफी समय से बंद है. जब उसे दर्द उठा तो जेल प्रशासन ने आनन-फानन में कैदी को सदर अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टरों ने पेट में फोन देखा. एक्सरे रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टरों को भी बहुत आश्चर्य हुआ, लेकिन काफी पूछताछ के बाद कैदी ने बताया कि वह डर से मोबाइल को निकल गया है.
ड्रग्स तस्करी मामले में जेल में था बंद
बताया जा रहा है, कि जेल में बंद कैदी कौशर अली साल 2020 से चनावे जेल में नशीला पदार्थ तस्करी मामले में बंद है। 17 फरवरी की सुबह वो एक मोबाइल से बात कर रहा था, तभी कुछ पुलिसकर्मी जांच के लिए पहुंच गए। पुलिस कर्मियों को देख कर वह डर गया और मोबाइल को मुंह में रख कर निगल गया। दो दिन बाद जब उसके पेट में दर्द शुरू हुआ तो उसने जेल कर्मियों को इस बारे में बताया।