शिवसेना उद्धव गुट से पार्टी का नाम और सिंबल छिन चुका है. ऐसे में एक के बाद एक उद्धव गुट के नेता बीजेपी और शिंदे गुट पर हमला कर रहे हैं. संजय राउत ने चुनाव आयोग के इस फैसले पर बड़ा निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि इस फैसले के लिए 2 हजार करोड़ की डील हुई है.
शिवसेना का चुनाव चिन्ह और पार्टी का नाम छिनने के बाद भाजपा और शिंदे गुट पर उद्धव गुट के हमले लगातार जारी हैं. इस सियासी दंगल में अब संजय राउत ने भी एंट्री कर ली है. उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह हासिल करने के लिए 2 हजार करोड़ रुपए की भारी-भरकम डील हुई है.
संजय राउत ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि चुनाव चिन्ह और पार्टी (शिवसेना) का नाम हासिल करने के लिए 2 हजार करोड़ की डील हुई है. यह शुरुआती आंकड़ा है, लेकिन 100 फीसदी सच है. देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ. जल्द ही इस बारे में कई खुलासे होंगे.
इससे पहले संजय राउत ने ट्वीट कर कहा था कि इसकी स्क्रिप्ट पहले से ही तैयार थी. जबकि कहा गया था कि नतीजा हमारे पक्ष में होगा, संजय राउत ने कहा था कि ऊपर से नीचे तक करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया गया है. हमें फिक्र करने की जरूरत क्योंकि जनता हमारे साथ है. लेकिन हम जनता के दरबार में नया चिह्न लेकर जाएंगे और फिर से शिवसेना खड़ी करके दिखाएंगे,
चुनाव आयोग ने 17 फरवरी को शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह शिंदे गुट को सौंप दिया था. शिंदे गुट ने EC के इस फैसले का दिल-खोल कर स्वागत किया था.उन्होंने इसे लोकतंत्र की जीत बताया था, EC के इस फैसले के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा था कि ये लोकतंत्र की जीत है लोग हमसे जुड़ रहे हैं. ये सत्य की जीत है. ये बालासाहेब के विचारों की जीत है. एकनाथ शिंदे ने कहा था कि ये लाखों कार्यकर्ताओं की जीत है.