शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय में एल एल बी और एल एल एम के साथ ही अन्य स्नातकोत्तर परीक्षाओं के रिजल्ट बेहद खराब हुए हैं । कुछ विषयों में तो बेहद चौंकानेवाले परीक्षा परिणाम सामने आए हैं जिनमें लगभग सभी विद्यार्थी अनुत्तीर्ण घोषित किए गए हैं। विद्यार्थी समुदाय में इससे बहुत रोष और निराशा है । विद्यार्थियों का आरोप है कि उन्होंने परीक्षा अच्छे से दी थी , पर परीक्षा परिणाम बिलकुल विपरीत हैं । इस संबंध में विद्यार्थियों ने वि वि के कुलपति को ज्ञापन भी सौंपा है । विद्यार्थियों की मांग है कि उन्हें अपनी उत्तर पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन करवाने की अनुमति दी जाए । जबकि इस संबंध में वि वि प्रशासन का कहना है कि नव निर्मित शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय अपने पूर्ववर्ती अटल बिहारी वि वि के रूल रेगुलेशन का पालन करता है । अटल बिहारी वि वि में सेमेस्टर सिस्टम से होनेवाली परीक्षाओं के लिए रि वैल्यूएशन की कोई व्यवस्था नहीं है । सेमेस्टर सिस्टम में ए टी के टी का प्रोविजन होता है और अंकों के रि टोटलिंग का प्रोविजन होता है । इस संबंध में वि वि के रजिस्ट्रार डॉ त्रिपाठी ने कहा कि हम अभी अटल बिहारी वि वि के अध्यादेशों और नियमों का पालन करते हैं जिसमें सेमेस्टर परीक्षा प्रणाली में रि वैल्यूएशन का प्रावधान नहीं है। परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट होने की स्थिति में अंकों के रि काउंटिंग की व्यवस्था है । ऐसा ही वक्तव्य बालकृष्ण पूरी लॉ कॉलेज के प्राचार्य दिलीप मिश्रा का भी है । उन्होंने कहा कि उनके कॉलेज के छात्रों ने रि काउंटिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन कर दिया है । गौरतलब है कि पिछले दिनों पी डी कॉलेज के प्राचार्य डॉ भवानी प्रसाद यादव के वक्तव्य से भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई थी जिसमें उन्होंने रि वैल्यूएशन के प्रावधान होने की बात कही थी । बहरहाल , वि वि के कुलपति से बात करने पर यह तथ्य सामने आया कि रि वैल्यूएशन नहीं रि काउंटिंग का ही प्रावधान है सेमेस्टर सिस्टम में । विश्वविद्यालय के कुलपति ने इस संबंध में फैले भ्रम का निवारण करते हुए साफ कहा कि हम अभी पूर्ण रूप से अटल बिहारी वि वि के नियमों और प्रावधानों का पालन करते हैं और उसी के अनुरूप निर्णय करते हैं । छात्रों के खराब रिजल्ट के बाबत कुलपति ने कहा कि एक समिति का गठन किया जा रहा है जो इस विषय में अपनी अनुशंसा देगी जिसपर विचार कर वि वि प्रबंधन छात्र हित में निर्णय करेगा ।