गलवान हिंसा में शहीद हुए जय किशोर सिंह के पिता की पुलिस पिटाई और गिरफ्तारी को लेकर बिहार में सियासी बवाल मच गया है. विधानसभा में इस मुद्दे को उठाकर बीजेपी ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार से फोन पर बात कर नाराजगी जताई है. उन्होंने शहीद के पिता के साथ हुई कथित पुलिस बर्बरता पर नीतीश कुमार से पूरे मामले की जानकारी ली.
राजकपूर सिंह ने अपने शहीद बेटे जय किशोर सिंह के लिए बिहार के वैशाली के काजरी बुजुर्ग गांव में उनके घर के सामने स्थित सरकारी जमीन पर स्मारक बनवाया था. स्मारक के निर्माण का विरोध करते हुए कुछ लोगों ने बिहार के वैशाली के जंदाहा थाने में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने शहीद के पिता को न सिर्फ बुरी तरह पीटा, बल्कि गिरफ्तार भी किया.
हालांकि राजनाथ सिंह के नीतीश को फोन करने के पहले ही बिहार सरकर ने इस मुद्दे पर जांच का आदेश दे दिया है. राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि गलवान घाटी के शहीद स्व० जय किशोर सिंह के पिता राजकपूर सिंह से संबंधित मामले पर सरकार गंभीर, दोषियों पर होगी कार्रवाई राज्य सरकार को गलवान घाटी के शहीद स्व० जय किशोर सिंह के पिता राजकपूर सिंह, गांव-कजरी बुजुर्ग, थाना- जन्दाहा, जिला – वैशाली को अतिक्रमण एवं अन्य मामले में जेल भेजे जाने के क्रम में कथित दुर्व्यवहार की जानकारी प्राप्त हुई है। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जाँच दल गठित कर अति शीघ्र जाँच कार्य संपन्न करते हुए अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
नीतीश सरकार की ओर से कहा गया है कि जानकारी के अनुसार हरिनाथ राम, पिता स्व० रामदेव राम, ग्राम-कजरी बुजुर्ग, थाना- जन्दाहाके द्वारा गलवान घाटी के शहीद जयकिशोर सिंह के पिता राजकपूर सिंह परवर्ष 2019 में तथा पुनः दिनांक 23.01.2023 में प्राथमिकी दर्ज की गई । कथित दुर्व्यवहार की घटना को लेकर सरकार पूरी तरह संवेदनशील है और पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी पहलुओं पर जाँच करने का निर्देश दिया है। इसमें अगर कोई पुलिस पदाधिकारी या कर्मी दोषी पाया जायेगा तो उस पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी ।
बिहार पुलिस महानिदेशक ने लिया संज्ञान
इस मामले में बिहार के पुलिस महानिदेशक ने तेजी से कार्रवाई का आश्वासान दिया है. बिहार पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा, “गलवान घाटी की घटना में जान गंवाने वाले सैनिक के पिता की गिरफ्तारी मामले को बिहार के पुलिस महानिदेशक द्वारा गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए गए हैं. इस मामले में अगर कोई पुलिस पदाधिकारी या फिर कर्मी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.”
बीजेपी ने नीतीश सरकार को घेरा
इस बीच बीजेपी की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता निखिल आनंद ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि इस घटना से पता चलता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार सशस्त्र बलों का अनादर कर रही है. उन्होंने कहा कि हाल में एक मंत्री ने सशस्त्र बलों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी. आनंद ने कहा, “हम मांग करते हैं कि महागठबंधन सरकार हमारे बहादुर सैनिकों के बलिदान का सम्मान करे और राज्य के उन सभी सैनिकों के स्मारक का निर्माण करे जो गलवान संघर्ष में शहीद हुए थे.”
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि शहीद जय किशोर सिंह के पिता राज कपूर सिंह चकफतेह गांव (वैशाली) में अपने बेटे का स्मारक बनवाना चाहते हैं. इसको लेकर शुरू में खूब विवाद हुआ, लेकिन बाद में पंचायत में सरकारी जमीन पर स्मारक को बनाने का काम शुरू कर दिया गया. अब निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन विवाद दोबारा से शुरू हो गया. राज कपूर सिंह जिस जमीन पर स्मारक बना रहे हैं, उसकी सीमा हरिनाथ की जमीन से लगती है. हरिनाथ ने ही राज कपूर सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी. जिसके बाद राज कपूर सिंह को गिरफ्तार किया गया.
राज कपूर के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उन्हें कई बार पीटा गया, गालियां दी गईं और पुलिस अधिकारी जबरन पुलिस वैन में ले गए. इतना ही नहीं, परिजनों ने थाने में मारपीट करने का भी आरोप लगाया है. परिवार ने आरोप लगाया है कि सिंह के खिलाफ झूठा मामला लगाया गया और एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग किया जा रहा है.