Efforts and struggle for artists will continue till the goal is not achieved Shankarlal, 4th Mahasammelan held in Baradoli Agrawal
छत्तीसगढ़ सरकार से कीर्तन कलाकारों को जोड़ने के उद्देश्य से बाराडोली में आयोजित हुआ चतुर्थ महासम्मेलन*
कलाकारों ने किया हर मोर्चे पर साथ देने का वादा
बाराडोली के सम्मेलन में अंतिम दिन उमड़ा हजारों की संख्या में भीड़
रायगढ़।सामाजिक संस्कृति एवं ग्रामीण परिवेश को प्रोत्साहित करने की मुहिम के तहत जिला कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ कीर्तन महासम्मेलन के संयोजक शंकरलाल अग्रवाल रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कीर्तन कलाकारों को छत्तीसगढ़ सरकार के महत्वकांक्षी योजना से जोड़ने के उद्देश्य काम कर रहे हैं। इसी तारतम्य में रायगढ़ क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में कीर्तन महा सम्मेलन का आयोजन करके कीर्तन कलाकार कलाकारों को शासन स्तर पर पंजीयन कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। 13 मई को पुसौर क्षेत्र के ग्राम पंचायत बारडोली में चतुर्थ कीर्तन महासम्मेलन का आयोजन भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू होकर 14 मई रविवार को 12 सौ कीर्तन कलाकार सहित लगभग 6 हजार लोगों की मौजूदगी में बृहद सम्मेलन संपन्न हुआ। इससे पहले ग्राम पंचायत कुकुर्दा, केशला और तरडा के सम्मेलनों में भारी संख्या में कीर्तन कलाकार और ग्रामीणों ने भाग लिया है। ग्राम पंचायत बारडोली में आयोजित कार्यक्रम के बीच विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और कीर्तन सम्मेलन के मुख्य अतिथि शंकरलाल अग्रवाल ने बताया कि या कार्यक्रम ग्रामीण परिवेश तथा सनातन संस्कृति प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तथा छत्तीसगढ़ के इन हजारों कीर्तन कलाकारों को सीधे शासन से जोड़ने के उद्देश्य किया जा रहा है। जब तक सभी कीर्तन कलाकारों को शासन से जोड़ने का लक्ष्य पूर्ण नहीं हो जाता तब तक यह प्रयास और संघर्ष जारी रहेगा । वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुसौर क्षेत्र के किसान नेता लल्लू सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि यह आयोजन जनहित और लोकहित में है आने वाले पीढ़ी को इस संस्कृति से जोड़े रखने के लिए कथा कीर्तन कलाकारों को शासन स्तर पर मान सम्मान दिलाने के लिए शंकर लाल द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुसौर क्षेत्र के पूर्व जिला पंचायत सदस्य सफेद गुप्ता ने बताया कि समाजसेवी शंकरलाल अग्रवाल हजारों कलाकारों के मान सम्मान के लिए जो काम कर रहे हैं। ऐसा काम करना किसी और केेे लिए संभव नहीं है शंकर अग्रवाल द्वारा सामाजिक क्षेत्र में किया जा रहा है कार्य सदियों तक रायगढ़ की जनता याद रखेगी। रायगढ़ के कांग्रेस नेता मनोरंजन नायक ने बताया कि उत्कल और कोलता समाज द्वारा किया जाने वाला यह कीर्तन से जुड़े कलाकार छत्तीसगढ़ कला संस्कृति का हिस्सा है। इन्हें भी शासन स्तर पर मदद मिलना चाहिए जिसके लिए शंकर अग्रवाल के द्वारा प्रयास किया जा रहा है ।जल्दी सभी कीर्तन कलाकारों का पंजीयन कार्य भी प्रारंभ कर दिया जाएगा। कार्यक्रम को पूर्वांचल क्षेत्र के सत्यम पंडा, पुसौर के ग्राम पंचायत तरड के चित्रसेन मिश्रा, दयानंद मिश्रा, पुसौर के प्रेम गुप्ता, महापल्ली के प्रभात मिंज सहित और भी जनप्रतिनिधियों ने संबोधित किया है। कार्यक्रम को सफल बनाने में लेकरू नायक, बाबूलाल सिदार, हरिप्रसाद ,दिलीप बारिक, जय लाल गुप्ता, भारत बारिक ,पांडव प्रधान , विकास प्रधान, रामेश्वर बारिक ,नरेश गुप्ता, सत्येंद्र गुप्ता ,भूषण नायक, प्रताप भोय पुरुषोत्तम बारिक, आकाश सिदार, सुशांत राणा, विमल प्रधान, लक्ष्मी गुप्ता सहित बारडोली समस्त ग्रामीणों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है जिसके लिए कार्यक्रम संयोजक शंकरलाल अग्रवाल ने समस्त ग्राम पंचायत बाराडोली के नागरिकों का आभार मंच से जताया है। कार्यक्रम में कीर्तन कलाकारों नेेे भी शंकरलाल के इस मुहिम का समर्थन किया करते हुए बताया कि वह अपने सामाजिक संस्कृति और कीर्तन कीर्तन कलाकारों को मान सम्मान और मान्यता के लिए सभी हर मोर्चेे पर शंकर अग्रवाल के सााथ चलेंगे।
कलाकार और गणमान्य नागरिक हुए सम्मानित
बारडोली में आयोजित कीर्तन महासम्मेलन के मंच पर सम्मेलन में भाग लेने वाले ग्राम चघोरी के कृष्णा गुरु पार्टी, उदन पार्टी ,डिस्को पार्टी नवापारा उदन पार्टी बारडोली छवि कीर्तन पार्टी, रायपाली राधा माधव कीर्तन पार्टी, खपरापाली मंदिर पारा और मझिया पारा, सिंहपुरी , छिछोर उमरिया, टिनमिनी, परसापाली, कोतासुरा, छिछ, ठाकुरपली, आदि कीर्तन पार्टियों के गायक, वाहक एवं अध्यक्षों को तथा सभी गांव के प्रमुख वरिष्ठ नागरिकों को जिला कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष व छत्तीसगढ़ कीर्तन महासम्मेलन के संयोजक शंकर लाल अग्रवाल के द्वारा पुष्पमाला तथा गमछा भेंट कर सभी सम्मानित जनों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।
भक्ति भाव से सराबोर रहा बारडोली
13 मई को सुबह 8 बजे अधिवास पूजन के बाद भारी संख्या में बाराडोली तथा आसपास के क्षेत्र के महिलाओं द्वारा गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में लगभग 1 हजार महिलाओं ने भाग लिया। 13 मई शनिवार को दोपहर 1 बजे नाम जापान प्रारंभ कर कीर्तन कार्यक्रम शुरू किया गया। जिसके बाद लगातार 24 घंटे तक क्षेत्र के लोग भक्ति भाव से सराबोर रहे। निरंतर चलने वाले अष्ट प्रहरी नाम यज्ञ कार्यक्रम स्थल पर मुख्य अतिथि शंकरलाल अग्रवाल की उपस्थिति के बाद पूर्णाहुति नगर कीर्तन और विशाल भंडारा के साथ चतुर्थ कीर्तन महासम्मेलन का समापन हो गया। इस बीच कई चेहरे ऐसे भी थे जो कार्यक्रम को लेकर भावुक हो गए। इस कार्यक्रम से बारडोली सहित आसपास के क्षेत्र दो दिनों तक पूरी तरह भक्ति भाव से सराबोर रहा।
कार्यकर्ता और ग्रामीणों ने किया आत्मीय स्वागत
कार्यक्रम संयोजक शंकरलाल अस्वस्थ होने के कारण कार्यक्रम के प्रथम दिवस बाराडोली नहीं पहुंच पाए। सम्मेलन के समापन में उनकी उपस्थिति को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला सम्मेलन के द्वितीय दिवस पर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे शंकर अग्रवाल का लगभग 200 युवा कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी एवं गाजे-बाजे के साथ उनका आत्मीय स्वागत किया है। जिसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें नगर भ्रमण करवाया समर्थकों ने शंकर भैया जिंदाबाद, शंकर आप संघर्ष करो हम आपके साथ हैं जैसे नारों के साथ मंच तक ले गए। कार्यक्रम स्थल पर सभी कीर्तन कलाकारों ने उन्हें अपने कला का प्रदर्शन दिखाकर उनका स्वागत किया है।