(High command approves Siddaramaiah’s name, efforts continue to persuade DK Shivakumar for the post of Deputy Chief Minister)
नई दिल्ली। कांग्रेस आलाकमान ने कनार्टक के नए मुख्यमंत्री के लिए अब से कुछ देर पहले सिद्धारमैया के नाम पर मुहर लगा दी। पार्टी अध्यक्ष मल्किर्जुन खड़गे और राहुल गांधी से कई दौर की बैठक के बाद सिद्धारमैया के नाम पर सहमति बन गई। वहीं, डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाने का आफर दिया गया है। मगर वे डिप्टी सीएम बनने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्हें मनाने की कोशिशें चल रही है। डीके को मनाने के बाद ही शाम तक सिद्धारमैया के नाम का शाम तक अधिकारिक तौर पर ऐलान किया जाएगा।
बता दें, सिद्धरमैया कर्नाटक में सबसे मजबूत पकड़ वाले नेता माने जाते है। उन्होंने अबतक के 12 चुनाव लड़े हैं और 9 चुनाव में जीत दर्ज की है। 1994 में जनता दल सरकार में सिद्धरमैया उप मुख्यमंत्री रह चुके है।
मालूम हो कि 224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी को 135 पर जीत मिली है। 2018 में 104 सीटें जीतने वाली भाजपा 66 पर फिसल गई है। जेडीएस के खाते में 19 सीटें गईं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान कर्नाटक में राजस्थान जैसे हालात नहीं पैदा होने देना चाहता। वहां 2018 में अशोक गहलोत सीएम बने थे और तब से ही सचिन पायलट से उनकी अनबन है। इसका असर इसी साल होने वाले चुनाव में भी दिख सकता है। यही वजह है कि कांग्रेस कर्नाटक में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार सभी को साथ लेकर चलना चाहती है।
सिद्धारमैया को 2008 में जेडीएस से कांग्रेस में लाने में मल्लिकार्जुन खड़गे की अहम भूमिका मानी जाती है। वे खड़गे के काफी करीबी बताए जाते हैं। सिद्धारमैया 2013 से 2018 तक कर्नाटक के सीएम रहे। इस दौरान उन्होंने टीपू सुल्तान को कर्नाटक में नायक के तौर पर स्थापित करने की कोशिश की। ऐसे में मुस्लिम समुदाय में उनकी अच्छी पैठ मानी जाती है।