#readerfirst How did the issue of ‘Bajrang Bali’ act as a panacea for the BJP in Karnataka? Pushed the Congress to the margins!
नई दिल्ली. ‘संकट ते हनुमान छुड़ावे, मन कर्म वचन ध्यान जो लावे’ (अगर आप अपनी पूरी भक्ति के साथ उनसे प्रार्थना करते हैं, तो भगवान हनुमान आपको संकट से बचाएंगे)- ‘हनुमान चालीसा’ की ये एक मशहूर लाइन है, जिसका भक्त हिंदू भगवान हनुमान के लिए जाप करते हैं. यह लाइन कर्नाटक चुनाव (karnataka elections 2023) के मैदान में भी जोर से बज रही है, क्योंकि बीजेपी को भगवान हनुमान पर भरोसा है. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में चुनाव को जीतने में उनकी मदद कर रहे हैं. शनिवार को बेंगलुरु में पीएम नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के मेगा रोड शो में कुछ समर्थकों को भगवान हनुमान के भेष में देखा गया. जिससे यह साफ हो गया कि चुनाव प्रचार के अंतिम हफ्ते का विषय भगवान ‘बजरंग बली’ बन गए हैं.
अब कांग्रेस (Congress) शिकायत कर रही है कि भाजपा ने इसे हिंदूवादी संगठन ‘बजरंग दल’ के बजाय बजरंग बली (Bajrang Bali) तक ले जाने के लिए पूरी कहानी को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है. कांग्रेस ने पिछले मंगलवार को जारी अपने घोषणापत्र में अनावश्यक रूप से बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन भाजपा का कहना है कि उसके पास भगवान हनुमान (Lord Hanuman) का आवाह्न करने का पूरा कारण है. तब से पीएम मोदी हर रैली में ‘जय बजरंग बली’ का नारा लगाते हैं. ये गौरतलब है कि भगवान हनुमान का जन्म कर्नाटक की अंजनाद्री पहाड़ियों में हुआ था.
कांग्रेस का ‘बजरंग दल पर प्रतिबंध’ लगाने का वादा बना मुसीबत
कर्नाटक में भगवान हनुमान को भगवान अंजनेय के रूप में जाना जाता है और व्यापक रूप से इनकी पूजा होती है. दरअसल, बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस ने 2 मई को जारी एक घोषणापत्र में ‘बजरंग दल पर प्रतिबंध’ लगाने का वादा किया था, जो कि भगवान हनुमान को समर्पित हफ्ते का पवित्र दिन मंगलवार था. कहा जाता है कि भगवान हनुमान का जन्म कर्नाटक के कोप्पल जिले में अंजनाद्री पहाड़ियों में हुआ था. पहले भी मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रामायण में वर्णित इस जगह को ‘किष्किन्धा’ कहा था. रामायण में किष्किन्धा वानर साम्राज्य था, जहां भगवान राम पहली बार हनुमान से मिले थे. हनुमान ने उन्हें लंका तक पहुंचने में मदद की थी, जहां माता सीता को रखा गया था.
योगी आदित्यनाथ ने जोड़ा UP और कर्नाटक के बीच संबंध
भाजपा के स्टार प्रचारक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक में अपनी रैलियों के दौरान उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के बीच संबंध की व्याख्या करते हुए कहा कि भगवान राम का जन्म अयोध्या में और हनुमान का जन्म कर्नाटक में हुआ था. शनिवार को अपनी कर्नाटक की रैलियों में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बजरंग दल राष्ट्रीय और समाज सेवा के लिए समर्पित है और भगवान हनुमान को समर्पित है. उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव हिंदू धर्म का अपमान करना है और कोई भी राष्ट्रवादी इसे बर्दाश्त नहीं करेगा.’
बीजेपी के लिए हिंदू वोटरों को संगठित करने का मौका
भाजपा इसे उन हिंदू मतदाताओं को फिर से संगठित करने का एक अवसर मानती है, जिन्होंने शायद एक हफ्ते पहले तक जाति के आधार पर कांग्रेस को वोट दिया होता. बोम्मई सरकार वास्तव में अंजंधारी पहाड़ियों को एक प्रमुख जगह के रूप में विकसित करने पर काम कर रही है. पिछले साल राज्य के बजट में इसके लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था. डीके शिवकुमार जैसे कांग्रेस के राज्य के बड़े नेताओं को ‘बजरंग दल’ के मुद्दे के कारण नुकसान की आशंका है. इसलिए उन्होंने सत्ता में आने के बाद राज्य भर में हनुमान मंदिर बनाने का वादा किया है.