रेलवे से हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं. रेलवे की ओर से कई सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती है. रेलवे एक सिस्टमैटिक तरीके से ट्रेनों का संचालन करता है.
रेलवे को देश में ट्रांसपोर्टेशन के सबसे बेहतर साधनों में गिना जाता है. हर दिन करोड़ों लोग ट्रेन से सफर करते हैं. इसमें मेल, इंटरसिटी, सुपरफास्ट या एक्सप्रेस जैसी सभी ट्रेनें शामिल होती हैं. ज्यादातर ट्रेनों को तो उनकी गाड़ी संख्या और स्टेशनों के नाम से ही जाना जाता है. लेकिन कुछ ट्रेनों को राजधानी, शताब्दी या दुरंतो जैसे नाम से भी जाना जाता है. क्या आपने कभी सोचा है कि इन ट्रेनों को इनका नाम कैसे मिला? और क्यों इन्हें ही इस नाम से संबोंधित किया जाता है? आइए जानते देश की कुछ प्रीमियम ट्रेनों के नामकरण से जुड़ी ये मजेदार जानकारी.
दुरंतो एक्सप्रेस (Duronto Express)
दुरंतो एक बंगाली शब्द है, जिसका मतलब होता है- ‘तेज’. दरअसल दुरंतो एक्सप्रेस बहुत ही कम स्टापेज के साथ चलती है. इसे लंबे रूट पर नॉन स्टॉप चलाया जाता है. देश में पहली दुरंतो एक्सप्रेस 19 जनवरी, 2009 में चली थी और वर्तमान में देश में 24 जोड़ी दुरंतो एक्सप्रेस चल रही हैं. इन ट्रेनों की टॉप स्पीड 140 किमी प्रति घंटे होती है.
राजधानी एक्सप्रेस (Rajdhani Express)
राजधानी एक्सप्रेस को रेलवे द्वारा देश की राजधानी दिल्ली को विभिन्न राज्यों की राजधानियों और बड़े शहरों के लिए चलाया जाता है. इसलिए इसका नाम राजधानी एक्सप्रेस पड़ा है. देश में पहली राजधानी एक्सप्रेस 1 मार्च, 1969 में दिल्ली से हावड़ा के बीच चलाया गया था. अभी फिलहाल देश में 24 जोड़ी राजधानी एक्सप्रेस सर्विस में है. राजधानी एक्सप्रेस की टॉप स्पीड 140 किमी प्रति घंटे होती है. इस फुल एसी प्रीमियम ट्रेन में पैसेंजर्स को ऑन बोर्ड कैटरिंग के अलावा और भी कई सारी सुविधाएं मिलती हैं.
शताब्दी एक्सप्रेस (Shatabdi Express)
शताब्दी एक्सप्रेस को देश के बड़े मेट्रो शहरों को जोड़ने के लिए चलाया गया है. शताब्दी एक्सप्रेस को छोटी दूरी के लिए चलाया जाता है, क्योंकि इसमें सिर्फ चेयर कार कोच होते हैं. यह एक्सप्रेस ट्रेन दिन की ट्रेन है, जो कि ज्यादातर समय में सेम डे में अपने मूल स्टेशन पर लौट आती है. देश की पहली शताब्दी एक्सप्रेस 14 नवंबर, 1988 को चली थी. यह दिन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का सौवां जन्मदिन था. इसलिए इसका नाम शताब्दी एक्सप्रेस है. इसकी टॉप स्पीड 150 किमी प्रति घंटे के करीब है. देश में अभी फिलहाल 21 जोड़ी शताब्दी एक्सप्रेस चलती हैं.