समाजवादी पार्टी के नेता फहद अहमद और बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर की शादी पर इंटरनेट मीडिया पर विवाद छिड़ गया है। अमेरिका के शिकागो के इस्लामी विद्वान यासिर नदीम अल वाजिदी ने कहा है कि यह शादी कानूनी रूप से भले ही सही हो, लेकिन गैर इस्लामी है।
बता दें कि स्वरा ने दो रोज पूर्व अपनी शादी की जानकारी दी थी। अभिनेत्री ने बताया था कि छह जनवरी को उन्होंने कोर्ट मैरिज की अर्जी दी थी और 40 दिन बाद अब वे कानूनी रूप से पति-पत्नी बन गए हैं।
शरीयत इस्लामिया ने कहा कि सीधा-सीधा नजरिया है और हुकुम है कि अगर लड़की गैर मुस्लिम है और लड़का यदि मुसलमान है तो लड़की को उससे शादी करने के लिए पहले इस्लाम कूबूल करना पड़ेगा. इस्लाम कबूल करने के बाद में लड़के से निकाह होगा तो वह निकाह जायज माना जाएगा, वरना वह निकाह जायज माना नहीं जाएगा. यहां पर मुझसे जो सवाल किया गया है, फाहिद अहमद ने स्वरा भास्कर से निकाह किया है लेकिन स्वरा भास्कर ने इस्लाम मजहब कबूल नहीं किया. अब ऐसी कंडीशन में दोनों की शादी शरीयत और इस्लाम की रोशनी में जायज नहीं है. जरूरी यह कि पहले इस्लाम कबूल करें उसके बाद में जो इस्लामी रस्मो रिवाज है, उसके मुताबिक निकाह हो तब यह जायज माना जाएगा.