रिपोर्ट संतोष जायसवाल
पोडी बचरा| बैकुंठपुर जिले के ग्राम पंचायत सांवला में नहर निर्माण कार्य में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है. निर्माण कार्य में गड़बड़ी के कारण हल्की बारिश में ही करोड़ों की लागत से बन रही नहर की दीवारें बह गईं ग्राम पंचायत सांवला
जलाशय की नहरों में किया जा रहा घटिया निमार्ण कार्य अब धीरे-धीरे उजागर होने लगा है। करोड़ों की लागत से बन रही सांवला की पक्की नहरें कई जगहों में क्षतिग्रस्त हो गई है। ठेकेदार मरम्मत करवाने की जुगत में है ताकि किसी को घटिया निर्माण के बारे में पता ना चल सके। दरअसल, बड़े नेताओं के संरक्षण में फल-फूल रहे ठेकेदार के द्वारा नहरों का निर्माण करवाया गया है। वहीं अधिकारियों के संलिप्त होने की वजह से नहरों का निर्माण भष्ट्राचार की भेंट चढ़ गया। ठेकेदार ने बेहद ही घटिया तरीके से नहरों का निर्माण किया, पूर्ण होने से पहले ही नहरें जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने लगी है और अब इस घटिया निर्माण की मरम्मत कराकर लीपा-पोती कराने की योजना बनाई जा रही है। लेकिन किसानों की मांग है कि नहरों के निर्माण की वरिष्ट अधिकारी द्वारा जांच कराई जाए और दोषी ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए वहीं जल संसाधन विभाग के अफसर भी लिखित शिकायत का इंतजार कर रहा है जैसे उनका आंखों देखा भी झूठा हो।
उल्लेखनीय है कि सावला जलाशय के नहर निर्माण में काफी अनियमितता बरती जा रही है। जिसे लेकर किसानों के द्वारा शुरू से ही विरोध जताया जाता रहा है। लेकिन अधिकारियों ने कभी भी इसकी सुध नहीं ली। जिसका नतीजा यह हुआ कि ठेकेदार की मनमानी से घटिया निर्माण कार्य सामने आया और नहर भष्ट्राचार की बलि चढ़ गई। इस तरह के सरकारी निर्माण कार्य करने वाले जानकार बताते है कि नहरों के निर्माण के लिए जो मापदंड तय किए गए थे उनकी अनदेखी कर निर्माण किया गया। गौर करने वाली बात यह है कि इस नहर की शनिवार को हुई हल्की बारिश ने पोल खोल दी और नहर क्षतिग्रस्त हो गई। जब से सांवला जलाशय का निर्माण हुआ तब से पहली बार इसकी नहरों का मरम्मत एवं सीमेंटीकरण किया जा रहा है लाखों रुपए की राशि खर्च कर डेम की नहर का सीमेंटीकरण तो किया जा रहा है पर जानकार बताते हैं कि घटिया निर्माण का अंदाजा नहर की हालत को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है।