मुंबई। महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच राज्य सरकार ने शनिवार को नई कोरोना गाइडलाइन जारी की थी. अब इस कोरोना गाइडलाइन में संशोधन किया है. नई नियमावली के तहत शॉपिंग मॉल और कॉम्प्लेक्स, होटल और रेस्टोरेंट्स, हेयर सलून, जिम और ब्यूटी पार्लर को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही खोलने की इजाजत दी गई है. रात दस बजे से सुबह आठ बजे तक रेस्टोरेंट बंद रखने को कहा गया है, सिर्फ होम डिलिवरी को 24 घंटे तक खुले रखने की इजाजत दी गई है. वहीं महाराष्ट्र में 10 जनवरी से नाइट कर्फ्यू लागू होने जा रहा है. रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक राज्य में प्रतिबंध जारी रहेंगे. इस दौरान पांच से ज्यादा लोगों को एक साथ बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी. साथ ही सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया था कि राज्य में जिम, स्विमिंग पूल, स्पा, ब्यूटी सैलून, चिड़ियाघर, संग्रहालय और मनोरंजन पार्क बंद रहेंगे. लेकिन अब सरकार ने इस गाइडलाइन में संशोधन किया है. संशोधित नियमों के मुताबिक जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराकें लगवा ली हैं वह जिम, ब्यूटी सैलून की सुविधाएं ले सकेंगे. साथ ही सरकार की तरफ से कहा गया है कि सिर्फ 50 फीसदी क्षमता के साथ ही ब्यूटी और बाल काटने वाले सैलून और जिम संचालित किए जा सकेंगे. पूरी तरह से वैक्सीनेट लोग इस सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे.
– दुकानदारों, व्यापारियों और श्रद्धालुओं को नई गाइडलाइंस के प्रतिबंधों से छूट
नए नियमों और प्रतिबंधों में ना तो मंदिरों और धार्मिक स्थलों का कोई जिक्र किया गया है और ना ही दुकानदारों और व्यापारियों के लिए किसी नए नियम का उल्लेख है. दुकानदारों, व्यापारियों और श्रद्धालुओं को नई गाइडलाइंस के प्रतिबंधों से छूट दी गई है. इसकी वजह क्या है? इसकी वजह कोरोना की नई गाइडलाइंस जारी होने के बाद सीएम उद्धव ठाकरे द्वारा दिए गए निर्देशों में स्पष्ट है. नई गाइडलाइंस जारी करने के बाद सीएम ने शनिवार रात ही अपना एक खास मैसेज जारी किया. उन्होंने इस संदेश में लिखा, “हम लॉकडाउन लगा कर सबकुछ ठप करना नहीं चाहते हैं. रोजी-रोटी बंद करना नहीं चाहते हैं. जिंदगी की रफ्तार को रोकना हमारा मकसद नहीं है. लेकिन कुछ नियमों और प्रतिबंधों का पालन करते हुए राज्य को कोरोना वायरस से हमेशा के लिए मुक्त करना है. नियमों का पालन ना करने पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश सभी विभागों और पुलिस को दे दिया है. इधर-उधर बेवजह घुमते हुए कोरोना दूत ना बनें.” कोरोना की पहली और दूसरी लहर के वक्त जो लॉकडाउन से जुड़े प्रतिबंध लगे थे, उनसे व्यापारियों की कमर टूट गई थी. मंदिर और धार्मिक स्थल भी बंद किए जाने की वजह से संबंधित रोजगार पर भी संकट आया था. इसी तजुर्बे को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इस बार व्यापारियों और दुकानदारों को राहत दी है और उन्हें कड़े प्रतिबंधों से दूर रखा है.
– गेटवे ऑफ इंडिया के फोटोग्राफर्स में बढ़ी चिंता
अकेले मुंबई में 20 हजार पार केस सामने आए थे. जिसके बाद सरकार ने प्रतिबंध को और भी कड़ा कर दिया. कोरोना प्रतिबंधों की वजह से मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर मौजूद फोटोग्राफर काफी चिंता में हैं. वहां काम करने वाले फोटोग्राफर्स का कहना है कि वह किसी भी तरह से अपना खर्च चला रहे हैं. उनको कुछ भी समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करें. हालात से परेशान फोटोग्राफर ने कहा कि कभी-कभी तो भूखे मर जाना ही सही लगता है.