- पश्चिम बंगाल में समुद्र तट से टकराने के वक्त तूफान की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा पहुंच गई थी, जबकि कई घंटे बाद तक कोलकाता शहर में 130 किमी प्रति घंटे की तक की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं.
- पश्चिम बंगाल में इस चक्रवाती तूफान की वजह से चार लोगों की मौत हो गई. ओडिशा में भी 3 लोगों की जान गई.
- पश्चिम बंगाल में करीब पांच लाख लोगों को और ओडिशा में करीब 1.58 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाई है. दोनों राज्यों में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. देर रात तक तेज बारिश और तूफानी हवाएं दोनों राज्यों को झकझोरती रही. ऐसा अंधड़ बीते कई सालों में न किसी ने देखा न सुना. हवा की रफ्तार ऐसी थी मानो धरती पर जो कुछ भी है सब उखाड़कर उड़ा ले जाने को बेकरार है.
अम्फान तूफान ने ओडिशा और बंगाल के लोगों को चंद घंटों में ही कयामत की झलक दिखा दी. तूफान की रफ्तार जब तक थमी, कोलकाता में सबकुछ उलट पुलट हो चुका था. शहर में चारों तरफ पानी भर चुका था. गाड़ियां नावों की तरह तैर रही थी. सड़कों पर पेड़ उखड़े पड़े थे. बड़े बड़े होर्डिंग, बिजली के पोल औंधे मुंह गिरे हुए थे.
चक्रवात की वजह से हावड़ा-नई दिल्ली एसी स्पेशल ट्रेन रद्द
महाचक्रवात ‘उम्पुन’ के कारण हावड़ा-नई दिल्ली एसी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को रद्द कर दी गई है. पूर्व रेलवे ने बताया कि इस चक्रवात के कारण भारी बारिश होने और तूफान आने की आशंका है. इसी के मद्देनजर बुधवार को रवाना होने वाली 02301 हावड़ा-नई दिल्ली एसी स्पेशल एक्सप्रेस और 21 मई को चलने वाली नई दिल्ली-हावड़ा एसी स्पेशल एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है.
मौसम विज्ञान विभाग ने इस महाचक्रवात के कारण नुकसान होने की आशंका के कारण ट्रेन रद्द करने या उनका मार्ग परिवर्तित करने की सलाह दी है. मौसम विज्ञान विभाग के कार्यालय ने बताया कि ‘उम्पुन’ के सुंदरवन पहुंचने के बाद उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा की ओर बढ़ने और इसके पूर्वी सिरे के कोलकाता के निकट से गुजरने की संभावना है जिससे शहर के निचले इलाकों में भारी नुकसान होने और बाढ़ आने की आशंका है.