Commission formed to investigate Amar Gufa incident in Balodabazar violence case.. Justice Bajpai will conduct judicial investigation on these 6 points
बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा पर कार्रवाई जारी है. तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में अलग अलग धाराओं के तहत 8 केस दर्ज किए गए हैं. उपद्रवी तत्वों के ठिकानों में लगातार दबिश देकर पुलिस ने अब तक 121 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गुरुवार को 39 उपद्रवियों को पकड़ा गया इससे पहले 82 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
बलौदाबाजार IAS, IPS निलंबित: हिंसा और आगजनी के मामले में एक्शन लेते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने बलौदाबाजार के कलेक्टर रहे के एल चौहान और एसएसपी सदानंद कुमार को भी निलंबित कर दिया है. कार्य में लापरवाही और अनुशासनहीनता के लिए उन पर कार्रवाई की गई है. इससे पहले एसपी और कलेक्टर का मंगलवार देर रात ट्रांसफर ऑर्डर जारी कर दिया गया था. उनकी जगह पर दीपक सोनी को बलौदाबाजार का नया कलेक्टर और विजय अग्रवाल को पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया.
बलौदाबाजार बवाल के लिए न्यायिक जांच का गठन: बलौदाबाजार हिंसा मामले में विष्णु देव साय सरकार ने न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है. रिटायर्ड जज सीबी बाजपाई न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष होंगे जो 3 महीने के अंदर 6 बिंदुओं पर जांच कर अपनी रिपोर्ट सरकार को देंगे.
जांच के बिंदु-
15 और 16 मई 2024 की मध्यरात्रि को जिला बलौदाबाजार अंतर्गत ग्राम महकोनी, अमरगुफा में स्थित जैतखाम को क्षत्रिग्रस्त किए जाने संबंधी घटना कैसे घटित हुई.
वह कौन सी परिस्थितियां थी या कौन से कारण थे, जिनके फलस्वरूप घटना घटित हुई.
उक्त घटना के लिए कौन-कौन व्यक्ति जिम्मेदार हैं.
घटना के पूर्व, घटना के दौरान और घटना के उपरांत ऐसे अन्य मुद्दे, जो घटना से संबंधित हो.
भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इस के लिए सुरक्षा और प्रशासकीय कदम उठाये जाने के संबंध में सुझाव और उपाय.
अन्य ऐसे महत्वपूर्ण बिन्दु जो जांच आयोग शासन के संज्ञान में लाना चाहे.
ज्ञातव्य है कि विगत 15 और 16 मई 2024 की रात्रि में बलौदाबाजार जिले के गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखांभ की क्षति ग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर गृहमंत्री श्री विजय शर्मा ने गत दिवस बलौदाबाजार में न्यायिक जांच कराये जाने की घोषणा की थी l गृह मंत्री की घोषणा पर राज्य शासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आज उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीश श्री सी बी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम घटना की जाँच करेंगे और 3 माह के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को देंगे.
कलेक्टर, SP सस्पेंड
बलौदा बाजार हिंसा से नाराज राज्य सरकार ने कल आधी रात तत्कालीन कलेक्टर व एसपी को निलंबित कर दिया. बलौदा बाजार भाटापारा में जैतखाम को नुकसान पहुंचाने से नाराज सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। सुनियोजित रूप से भीड़ जमा होने की कोई जानकारी तत्कालीन कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को नहीं हो पाई। इंटेलिजेंस फेल्योर के चलते बड़ी घटना घट गई। आक्रोशित भीड़ में हाथ में लाठी डंडे और तलवार लहराते हुए कलेक्ट्रेट व एसपी कार्यालय को आग लगा दिया। सैकड़ो गाडियां भी जल गई। अधिकारी कर्मचारियों ने पीछे से भाग कर अपनी जान बचाई। कलेक्टर एसपी अपना ऑफिस तक जलने से नहीं बचा सके। उन्हें कार्यालय की छत में देखा गया। रायपुर से आईजी अमरेश मिश्रा के फोर्स लेकर पहुंचने पर स्थिति सम्हली।
मामले में नाराज सरकार ने दूसरे दिन देर रात कार्रवाई करते हुए जिले के एसपी 2010 बैच के आईपीएस सदानंद कुमार को जिले से हटाते हुए उन्हें उप पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय रायपुर के पद पर पदस्थ कर दिया था। इसके अलावा कलेक्टर के पद पर तैनात 2009 बैच के प्रमोटी आईएएस कुमार लाल चौहान को मंत्रालय में पदस्थ कर दिया था। अब दो दिनों बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। आईपीएस सदानंद कुमार का निलंबन अवधि में मुख्यालय पुलिस मुख्यालय रायपुर नियत किया गया है। जबकि आईएएस कुमार लाल चौहान का निलंबन अवधि में छत्तीसगढ़ मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर में अटैच किया गया है।