So far 1052 patients have been successfully treated in the free physiotherapy camp, the camp will conclude on September 10
रायगढ़। हीलिंग हैंड्स फिजियोथेरेपी क्लिनिक द्वारा आयोजित दस दिवसीय निःशुल्क फिजियोथेरेपी शिविर में अब तक 1052 मरीजों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया है। यह शिविर 1 सितंबर से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भवन, टीवी रोड, रायगढ़ में आयोजित किया जा रहा है और इसका समापन 10 सितंबर को होगा। मरीजों को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक नि:शुल्क सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। 1052 मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज कर चुके इस शिविर में अभी भी कई और मरीजों को फिजियोथेरेपी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। फिजियोथेरेपी का महत्व लगातार बढ़ रहा है और यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
शिविर में उपचारित मरीजों की स्वास्थ्य समस्याएं
शिविर में आने वाले मरीजों में ऑस्टियोआर्थराइटिस, घुटनों का दर्द, पीठ और गर्दन के दर्द, टेक्स्ट नेक सिंड्रोम, स्लिप डिस्क, साइटिका, खेल से जुड़ी चोटें, और झुनझुनी जैसी समस्याओं से पीड़ित मरीज शामिल थे। फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. निर्मल मल्लिक ने बताया कि ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित मरीजों में घुटने का दर्द सबसे आम समस्या थी, जिससे उनकी दिनचर्या में जॉगिंग, दौड़ने, या सीढ़ियां चढ़ने में परेशानी होती है।
विटामिन डी की भूमिका
डॉ. मल्लिक के अनुसार, ऑस्टियोआर्थराइटिस के मरीजों में अक्सर विटामिन डी की कमी पाई जाती है। यह कमी हड्डियों की कमजोरी और जोड़ों में घर्षण को बढ़ाती है, जिससे दर्द और अन्य समस्याओं में वृद्धि होती है। विटामिन डी की पूरकता से मरीजों को दर्द में राहत मिलती है और हड्डियों की मजबूती बनी रहती है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस का निदान और उपचार
ऑस्टियोआर्थराइटिस के निदान के लिए एक्स-रे और एमआरआई का उपयोग किया जाता है, जो हड्डियों और जोड़ों की क्षति का पता लगाते हैं। उपचार का उद्देश्य दर्द कम करना, जोड़ों के कार्य में सुधार लाना, और रोग की प्रगति को रोकना होता है।
डॉ. मल्लिक का कहना है कि वजन नियंत्रित रखना, जोड़ों को लचीला बनाए रखने के लिए व्यायाम करना, और डॉक्टर द्वारा सुझाए गए ऑर्थोटिक्स का उपयोग करने से ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों में सुधार हो सकता है।
शिविर की विशेषताएं
यह शिविर वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे 2024 के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है, जो 8 सितंबर को मनाया जाता है। हीलिंग हैंड्स फिजियोथेरेपी क्लिनिक के अनुसार, इस शिविर का उद्देश्य लोगों को फिजियोथेरेपी सेवाओं के लाभों से अवगत कराना और उनके शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। शिविर में विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. मल्लिक और उनकी टीम द्वारा मरीजों को व्यक्तिगत देखभाल और उपचार योजनाएं प्रदान की जा रही हैं।
शिविर में मरीजों को उनकी स्वास्थ्य समस्याओं का निदान करने के बाद उन्हें अनुकूलित व्यायाम और अन्य उपचार दिए जा रहे हैं, जिनसे उन्हें तेजी से राहत मिल सके। इसके अलावा, मरीजों को चोटों से बचाव और उनकी रोकथाम के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
फिजियोथेरेपी के बढ़ते महत्व पर प्रकाश
आजकल लोग बीमारी का इलाज दवाइयों के बजाय फिजियोथेरेपी जैसे प्राकृतिक उपचार की ओर रुख कर रहे हैं। फिजियोथेरेपी एक ऐसी विधि है जो बिना दवाओं और सर्जरी के उपचार करती है। इसमें नियमित व्यायाम और संयम महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डॉ. मल्लिक के अनुसार, फिजियोथेरेपी के नियमित सत्र मरीजों की दैनिक समस्याओं जैसे पीठ दर्द, जोड़ों में अकड़न और मांसपेशियों में खिंचाव जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार होते हैं। यह न केवल दर्द को कम करती है, बल्कि शरीर की कार्यक्षमता में भी सुधार लाती है।
वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे का महत्व
वर्ल्ड फिजियोथेरेपी डे हर साल 8 सितंबर को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य फिजियोथेरेपिस्टों के स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान को उजागर करना है। इस अवसर पर हीलिंग हैंड्स फिजियोथेरेपी क्लिनिक ने शिविर का आयोजन किया है, जिससे लोगों को फिजियोथेरेपी सेवाओं के व्यापक लाभ प्राप्त हो सकें।
हीलिंग हैंड्स फिजियोथेरेपी क्लिनिक का परिचय
हीलिंग हैंड्स फिजियोथेरेपी क्लिनिक रायगढ़ में उच्च गुणवत्ता वाली फिजियोथेरेपी सेवाएं प्रदान करता है। यहां कुशल और अनुभवी फिजियोथेरेपिस्टों की टीम विभिन्न शारीरिक समस्याओं के समाधान के लिए समर्पित है। क्लिनिक का मुख्य उद्देश्य मरीजों को स्वास्थ्य समस्याओं से उबरने में मदद करना और उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार करना है।
आम जनता के लिए अपील
डॉ. मल्लिक ने लोगों से आग्रह किया है कि वे इस निःशुल्क शिविर का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। 10 सितंबर तक चलने वाले इस शिविर में फिजियोथेरेपी सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं, और यह उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो अपने स्वास्थ्य में सुधार लाना चाहते हैं।