Ramlila will start from today with Naradmoha episode, meeting of the Board of Patrons held
सौरभ बरवाड़/भाटापारा :- आदर्श रामलीला नाटक मंडली भाटापारा के द्वारा 105वें वर्ष का मंचन आज 3 अक्टूबर से प्रारंभ होगा । जिसमें नारदमोह-मुनि आगमन एवं ताड़का वध की भव्य प्रस्तुति दिखाई जाएगी। नारदमोह प्रसंग में दिखाया जाता है कि जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़ते हैं तब भगवान के जन्म के लिए लीला निर्मित की जाती और ब्रम्हर्षि नारदजी को अभिमान हो जाता है, नारदजी अपने अहंकार में भगवान को श्राप देते । जिनके श्राप को भगवान शिरोधार्य करते हुए मनुष्य लीला करने के लिए दशरथ जी के यहां श्रीराम जी बनकर जन्म लेते है। एवँ मुनि आगमन में विश्वामित्र के द्वारा पृथ्वी से अत्याचार मिटाने के लिए निशाचारों का वध करने के लिए भगवान श्रीराम और लक्ष्मण को मांगकर ले जाते है औऱ फिर मारीच-सुबाहु, ताड़ीका वध होता है । भाटापारा की रामलीला मंचन प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से आरंभ होगा । दशहरा के बाद एकादसी पर 13 अक्टूबर को भगवान के राजगद्दी के साथ राजा मौरध्वज उर्फ शेर का भोजन की प्रसिद्ध मार्मिक लीला दिखाई जाएगी । लीलाओं के मंचन एवं व्यवस्था देखरेख एवँ व्यवस्थित कार्यक्रम के लिए संरक्षक मंडल की बैठक 1 अक्टूबर को रामलीला कार्यालय में रखी गई जिसमें अनिल चांडक, बाल गोविंद, संतोष अग्रवाल, कैलाश पुरोहित, देवेन्द्र गुप्ता, देवनारायण शर्मा, बजरंग चौरसिया उपस्थित रहे जिन्हें समिति के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा एवम संदीप मल, हेमंत मल, सूर्यकांत शुक्ला के द्वारा रामलीला संचालन एवं समस्त व्यवस्था की जानकारी दी गई। संरक्षक मंडल ने समिति कार्यकर्ताओं द्वारा किया व्यवस्था पर संतुष्टि एवँ प्रसन्नता जाहिर की तथा इसी तरह भगवान के कार्यो में लगे रहने की प्रेरणा दी ।