NEET case: Collector calls for investigation and action, children hope for justice
बालोद जिले में नीट परीक्षा के दौरान हुई लापरवाही को लेकर कलेक्टर ने मामले में जांच और कार्रवाई की बात कही है। आपको बता दें कि इस घटना को लेकर बालोद जिले में परीक्षा देने वाले बच्चे काफी नाखुश है। नीट की तैयारी में अपना पूरा समय लगा चुके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। वहीं बच्चे और परिजन इसी उम्मीद में हैं कि कहीं से तो उन्हें न्याय मिल जाए।

कलेक्टर ने माना सेंटर पर हुई बड़ी चूक: परीक्षा केंद्र पर हुई इस चूक को कलेक्टर ने गंभीर मामला माना है. खुद कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने डिप्टी कलेक्टर पूजा बंसल को को परीक्षा सेंटर पर भेजा. कलेक्टर ने डिप्टी कलेक्टर को साथ ही निर्दश भी दिए कि वो जल्द जांच शुरु कर बच्चों से भी बात करें. बच्चों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ और लापरवाही पर परीक्षा केंद्र के अधीक्षक ने जरुर एक पत्र लिखकर अपनी गलती स्वीकार की है. परीक्षा केंद्र के अधीक्षक ने ये खत कलेक्टर को भेजा है. नाराज परिजन और छात्र दोनों अब कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
”बड़ी लापरवाही है, इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. हमारी कोशिश है कि जांच के बाद जो भी इसमें दोषी है उसपर सख्त कार्रवाई हो. बच्चों के भविष्य से जुड़ा मामला है. पूरी गंभीरता के साथ हम कार्रवाई करेंगे”. – इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, कलेक्टर, बालोद
दो लाख से ज्यादा सीटों पर मिलना था प्रवेश
आपको बता दें कि नीट-यूजी प्रवेश परीक्षा देश में एमबीबीएस के 706 मेडिकल कॉलेज की 1,09,145, बीडीएस के 323 कॉलेज की 28,088, आयुष पाठ्यक्रम की कुल 55,851 सीटों एवं चयनित बीएससी नर्सिंग कॉलेज के पाठ्यक्रमों की करीब 2 लाख 10 हजार सीटों के लिए होगी।