Pendra Crime News: Disabled employment assistant called in the name of filling water, then committed a shameful incident… Made the fifth class student a victim of lust…
गौरेला पेंड्रा मरवाही। छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही में दिव्यांग रोजगार सहायक की शर्मनाक करतूतों का उजागर हुआ है। आरोपी पर नाबालिग से दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। पीड़ितों के मुताबिक, आरोपी ने बच्ची को घर में बुलाया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। मामले में आरोपी दिव्यांग रोजगार सहायक संतोष केवट को गिरफ्तार किया गया।
घर के अन्य सदस्य कमाने के लिए दूसरे राज्य गये हुए थे। घर पर सिर्फ पीड़िता की मां ही थी। इसी बीच आरोपी पीड़िता के घर पहुंचा और घटना के संबंध में किसी को नहीं बताने की धमकी देने लगा। पीड़िता की मां किसी तरह हिम्मत कर पेंड्रा थाने पहुंची और इसकी शिकायत पुलिस से की।
पुलिस ने मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए आरोपी संतोष केवट को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी ने घटना को 21 दिन पहले अंजाम दिया था। पीड़ित परिवार आरोपी की धमकी से डर कर इसकी शिकायत नहीं कर रहा था। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
हैंडपंप पर पानी भरने आई थी युवती
दरअसल, मामला गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा थाना क्षेत्र का है, जहां संतोष कुमार केवट दिव्यांग रोजगार सहायक ने अपनी दिव्यांगता का फायदा उठाते हुए घर में पानी भरने के बहाने बुलाया. उस वक्त युवती घर के सामने लगे हैंडपंप पर पानी भरने आई. फिर आरोपी ने 14 साल की युवती को घर में पानी रखने के बहाने अंदर भी बुला लिया. युवती भी आरोपी की बातों में आ गई. जैसे ही युवती पानी भर कर अंदर लेकर आई तो दिव्यांग संतोष केवट ने पीछे से दरवाजा बंद किया और उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया.
पीड़िता ने मां को बताई आपबीती
फरियादी युवती ने बताया कि दोपहर 2:00 बजे से 4:00 के बीच दिव्यांग संतोष केवट ने उसके साथ कई बार जबरन संबंध बनाए. युवती के मना करने पर आरोपी ने उसके साथ बदसलूकी भी की. इसके बाद शाम को जब पीड़िता अपने घर पहुंची तो उसने अपनी मां को पूरी घटना की जानकारी दी. क्योंकि घर के अन्य सदस्य रोजी मजदूरी करने दूसरे प्रदेश गए हुए थे. मामला सामने आते ही रोजगार सहायक ने पीड़िता की मां और उसकी बेटी को धमकी दी और घटना को दबाने की लगातार कोशिश करता रहा.
मामले को दबाने की कोशिश की
जानकारी के लिए बता दें कि आरोपी रोजगार सहायक ने पीड़िता की मां और उसकी बेटी को खुद को रोजगार सहायक होने की धमकी देते हुए मामले को दबाने की लगातार कोशिश करता रहा. घटना लगभग 15 दिन पुरानी है. इस दौरन किसी तरह हिम्मत जुटाकर पीड़ित परिवार ने आपस में चर्चाकर पुलिस के पास जाने का फैसला किया. तब पूरे मामले का खुलासा हुआ और पुलिस ने तत्काल मामले पर संज्ञान लेते हुए पीड़िता के बयान और शिकायत पर दिव्यांग आरोपी रोजगार सहायक संतोष केवट के खिलाफ IPC की धारा के तहत केस दर्ज किया और उसे जेल भेजने की कवायद शुरू की.