NEET Paper Leak: Has CBI found the mastermind? CBI also suspects the principal of Oasis School in the NEET paper leak case
झारखंड के हजारीबाग से NEET पेपर लीक का कनेक्शन सामने आया है। ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉक्टर एहसान उल हक और एक कर्मचारी को CBI ने पूछताछ के बाद 26 जून देर रात रिहा कर दिया।
दरअसल, 26 जून की शाम CBI ओएसिस स्कूल में पूछताछ करने पहुंची। CBI ने 11 हजारीबाग जिले के चरही शहर में आरोपियों से सीसीएल गेस्ट हाउस में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इनमें NTA के दो सुपरवाइजर भी शामिल हैं।ओएसिस स्कूल के तीन स्टाफ को छोड़ दिया गया है. कुल 10 लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया था. एहसानुल हक को सीबीआई ने कस्टडी में ले लिया है.
हजारीबाग में सीबीआई की एक टीम मौजूद
हजारीबाग में सीबीआई की टीम अब भी मौजूद है. सीबीआई की टीम चरही स्थित सीसीएल गेस्ट हाउस में आरोपियों से पूछताछ कर रही है. सीबीआई ने कई दस्तावेज और सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को जब्त किया है. मामले में आज फिर सीबीआई के अधिकारी अन्य लोकेशन पर जांच कर सकते हैं. सीबीआई की टीम नवादा और समस्तीपुर में मौजूद है.
CBI आरोपियों के लोकेशन को कर रही है ट्रेस
इसके अलावा सीबीआई NEET पेपर लीक में गिरफ्तार आरोपियों और अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों के लोकेशन का मिलान कर रही है. पकड़े गए आरोपियों के पिछले 6 महीने का लोकेशन और किससे-किससे बात हुई, इस डिटेल्स का भी मिलान सीबीआई कर रही है. दरअसल, CBI को शक है कि बिहार समेत विभिन्न राज्यो में गिरफ्तार आरोपी सिर्फ कॉन्ट्रैक्टर हैं. सीबीआई का मानना है कि इस पेपर लीक के पीछे मास्टरमाइंड कोई और है. NEET पेपर लीक मामले में ओएसीस स्कूल के प्रिंसिपल सह NTA के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर एहसानुल हक से सीबीआई ने 20 घंटे तक पूछताछ की.
सीबीआई ने पेपर लीक में क्या कुछ पूछा?
सूत्रों के अनुसार एहसान उल हक से पूछा गया कि आपके केंद्र का प्रश्न पत्र पहले ही बाहर कैसे पहुंचा?
पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया, सिकंदर के बारे में पूछा गया.
पूछा गया कि परीक्षा माफिया से संपर्क आपने किया तो किस तरह संपर्क साधा गया?
अभ्यर्थियों से पैसों का लेनदेन हुआ या नहीं? हुआ तो किस तरह?
पूछा गया कि प्रश्न पत्र कितने बजे हस्तगत हुआ?
रिसीविंग की टाइम पूछी गई
डिजिटल लॉक नहीं खुलने पर प्रश्न पत्र कैसे बांटा गया?
बिहार ईओयू की ओर से मूल प्रश्न पत्र की पैंकिंग व पैकिंग ट्रंक में छेड़छाड़ के आरोप के बारे में पूछा गया.
इससे पहले बीते बुधवार को सीबीआई की एक टीम हजारीबाग स्थित एसबीआई शाखा भी पहुंची थी. यहां पर नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र रखे गए थे. यहां बैंक के अधिकारियों से सवाल पूछे गए. सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए हैं. ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. एहसानुल हक नीट परीक्षा कराने के लिए सिटी कोऑर्डिनेटर थे. हजारीबाग के ओएसिस स्कूल वाले सेंटर से पेपर लीक हुआ है इसका शक है.
बता दें कि पटना में पुलिस को नीट परीक्षा का जला हुआ प्रश्न पत्र मिला था. उस पर जो सीरियल कोड लिखा था वह ओएसिस स्कूल का था. उस बुकलेट नंबर पर इसी केंद्र पर एक बच्ची ने कमरा नंबर 18 में नीट की परीक्षा दी थी. एहसानुल हक से सीबीआई की टीम ने बुधवार को उनके घर पर पूछताछ की थी. कई दस्तावेज जब्त किए थे.
नीट की परीक्षा पांच मई को थी. पटना में लर्न प्ले स्कूल की छत पर पुलिस को जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे. इसी स्कूल में चार मई की रात अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र और उत्तर दिया गया था. रात भर उत्तर रटवाया गया था. अब इस केस को सीबीआई ने ले लिया है और जांच जारी है.
प्रिंसिपल ने आरोपो को लेकर क्या कहा
हजारीबाग ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा था कि मैं एनटीए में सिटी कॉर्डिनेटर हूं. मेरा रोल बहुत ही छोटा होता है कि मुझे बैंक से पेपर को बक्से को रिसीव करना होता है. इसके बाद सुनिश्चित करना कि सारे पेपर्स को कंट्रोल रूम में रखा जा सके. इस रूम में एनटीए के सीसीटीवी लगे होते हैं. यह रूम लॉक रहता है, यहां पर कई सारे इनविजिलेटर होते हैं. हमारा काम होता है सारे सेंटर्स पर राउंड लगाना ताकि कहीं कोई गड़बड़ी ना हो. इसके बाद आखिरी जिम्मेदारी हमारी होती है बक्सों को एनटीए को सौंप देना.