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Hathras Stampede: हाथरस हादसा मामले में 6 लोग गिरफ्तार, मुख्य आरोपी पर एक लाख का इनाम घोषि‍त,भोले बाबा’ अब भी फरार

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Hathras Stampede: 6 people arrested in Hathras incident case, reward of Rs 1 lakh declared on main accused, ‘Bhole Baba’ still absconding

हाथरस। सत्संग में भगदड़ के मामले में पुलिस ने नारायण साकार विश्व हरि के छह सेवादारों को गिरफ्तार किया है। अलीगढ़ आईजी शलभ माथुर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर बताया इस घटना में चार पुरुषों और दो महिलाओं सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आयोजन समिति के सदस्य हैं और ‘सेवादार’ के रूप में काम करते थे। ये लोग भगदड़ मचने के समय मौके से भाग गए थे।

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उन्‍होंने बताया क‍ि मुख्य आरोपी प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया जा रहा है। जल्द ही उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाएगा। हम इस बात की भी जांच करेंगे कि कहीं यह घटना किसी साजिश के तहत तो नहीं हुई।

हाथरस भगदड़ की घटना पर अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने कहा कि घटना में चार पुरुषों और दो महिलाओं सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वे सभी आयोजन समिति के सदस्य हैं और ‘सेवादार’ के रूप में काम करते हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस ने बताया कि पकड़े गए सभी लोग आयोजन समिति के सदस्य है सेवादार है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस ने जानकारी दी कि इनपर थाना सिंकराराऊ में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126-2, 223, 238 के तहत मामला दर्ज हो चुका है.

आईजी शलभ माथुर ने कहा, ‘ये सभी आयोजन समिति के सदस्य हैं और ‘सेवादार’ के रूप में काम करते थे. पहले भी इन्होंने कई आयोजनों में हिस्सा लिया है. जब भगदड़ हुई तो छह सेवादार जो अब गिरफ्तार किए गए हैं, घटनास्थल से भाग गए थे. हम ‘भोले बाबा’ के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी ले रहे हैं. उनके नाम पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई थी.’

मुख्य आरोपी पर एक लाख का रखा इनाम
उन्होंने बताया, ‘मुख्य आरोपी प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा रहा है. जल्द ही उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया जाएगा. हम यह भी जांच करेंगे कि क्या यह घटना किसी साजिश के कारण हुई है.’

‘लोगों को वीडियो बनाने से रोकते थे’
अलीगढ़ के आईजी ने कहा, ‘आयोजन में लगे सेवादारों ने भीड़ को चरण रज लेने के लिए अनियंत्रित छोड़ दिया. इसी दौरान सभी लोग एक दूरे पर गिर गए. घटना जब हुई तब आयोजन समिति के सभी लोग मौके से फरार हो गए. ये वहां पर किसी भी व्यक्ति को वीडियो बनाने से रोकते थे.’

मृतकों की संख्या 121
उन्होंने बताया, ‘इनके द्वारा खुद ही भीड़ नियंत्रण का प्रयास किया जाता था. मृतकों की संख्या 121 है. सभी शवों की पहचान हो गई है और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी हो गई है.’

तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित
इससे पहले बुधवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी पटेल के निर्देश पर राज्य सरकार ने भगदड़ की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित की. सरकारी प्रवक्ता ने बुधवार रात को एक बयान में बताया कि तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्ति) ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे.

दो महीने में पूरी करनी होगी जांच
उन्होंने बताया कि आयोग के दो अन्य सदस्यों में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी हेमंत राव और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)के पूर्व अधिकारी भावेश कुमार सिंह शामिल हैं. प्रवक्ता ने बताया कि हाथरस भगदड़ के दोषियों का पता लगाने लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है. इस आयोग को दो महीने में जांच पूरी करनी होगी.

आयोग यह भी जांच करेगा कि यह कोई दुर्घटना है, अथवा कोई षडयंत्र या अन्य कोई सुनियोजित आपराधिक घटना. जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा कार्यक्रम के दौरान आई भीड़ का नियंत्रण तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किए गए प्रबंध और उससे संबंधित अन्य पहलुओं की जांच की जिम्मेदारी भी आयोग को दी गई है.
सेवादारों ने नहीं उठने द‍िए शव

सेवादारों ने मदद को पहुंची पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और अन्य लोगों को शव नहीं उठाने दिए। कहा कि यह बाबा के आशीर्वाद से सही हो जाएंगे। व्यवस्था में लगे तमाम सेवादार मौके से भाग गए। सीएम ने भी इस घटना के पीछे साजिश की आशंका जताई है।

घटना मंगलवार को करीब पौने दो बजे की है। यहां बाबा का काफिला निकलने के दौरान रज एकत्रित करने को लेकर धक्का-मुक्की और भगदड़ हुई। सेवादार और बाबा के निजी सुरक्षाकर्मियों की धक्का-मुक्की के चलते भगदड़ की रिपोर्ट एसडीएम ने भेजी है। इधर, घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीद भी इस बात को कहते नजर आए। उन्होंने बताया कि जब गड्ढे में गिरे लोगों को बचाने के लिए ग्रामीण और पुलिस-प्रशासिक अधिकारी आगे बढ़े तो सेवादारों ने उन्हें शव नहीं उठाने दिए।

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