Sourav Ganguly Birthday 2023: That 27-year-old record, scored a century in debut test, broke Australia’s winning streak under captaincy; later became BCCI chief
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं. दादा के नाम से मशहूर गांगुली आज अपना 52 साल के हो गए हैं. हर कोई दादा को विश कर रहा है और उनके लंबे जीवन की दुआ कर रहा है. गौरतलब है कि गांगुली भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने कई यादगार और ऐतिहासिक मैच जीता है. दादा की कप्तानी में कई युवा खिलाड़ियों ने अपना करियर शुरु किया और स्टार बने. बता दें कि वीरेंद्र सहवाग और एमएस धोनी का स्टार बनाने में सौरव गांगुली का बहुत बड़ा हाथ रहा है. इस बात को खुद वीरू ने भी माना है.
सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट के सबसे दिग्गज खिलाड़ी और कप्तानों में से एक हैं. उन्हें भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा देने के लिए जाना जाता है. गांगुली ने 1992 में टीम इंडिया के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था. वहीं टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 1996 में लॉर्ड्स के मैदान पर डेब्यू किया था. अपने पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने शतक जड़ दिया था, जिसके बाद वो सबकी नजरों में आ गए थे और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद गांगुली ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड्स को अपने नाम किया, जो बाद में टूट गए, लेकिन एक रिकॉर्ड ऐसा है जो 27 सालों से उनके नाम है और आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है.
भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के सबसे कामयाब कप्तानों में से एक नाम सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का है. ‘क्रिकेट के दादा’ के नाम से मशहूर सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. कोलकाता के राजकुमार सौरव गांगुली आज 52 साल के हो गए. सौरव गांगुली बंगाल टाइगर के नाम से भी मशहूर हैं. सौरव गांगुली को भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा देने के लिए जाना जाता है. सौरव गांगुली ने साल 1992 में टीम इंडिया (Team India) के लिए वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ वनडे (ODI) में डेब्यू किया था. वहीं टेस्ट मैच में इंग्लैंड (England) के खिलाफ 1996 में लॉर्ड्स (Lords) के मैदान पर डेब्यू किया था.
अपने पहले ही टेस्ट मैच में सौरव गांगुली ने शतक जड़ दिया था, जिसके बाद वो सबकी निगाहों में आ गए थे. इसके बाद सौरव गांगुली ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. अपने करियर में सौरव गांगुली ने कई बड़े रिकॉर्ड्स को अपने नाम किया, जो बाद में टूट गए, लेकिन एक रिकॉर्ड ऐसा है जो 27 सालों से सौरव गांगुली के नाम है और आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है.
मुश्किल दौर में बने थे टीम इंडिया के कप्तान
जब साल 2000 में गांगुली कप्तान बने तो भारतीय क्रिकेट टीम बहुत ही मुश्किल भरे दौर से गुजर रही थी। भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग के चलते बैन कर दिया गया था। इसके बाद गांगुली टीम इंडिया में वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान, हरभजन सिंह जैसे युवा प्लेयर्स को लेकर आए। उन्होंने टीम को नए सिरे से गढ़ा और विदेशों में जीतना सिखाया। गांगुली की कप्तानी में कई युवा प्लेयर्स निखरे, जो आगे टीम इंडिया के सरताज बने। महेंद्र सिंह धोनी ने भी सौरव गांगुली की कप्तानी में अपना डेब्यू किया था।
गांगुली की कप्तानी में भारत ने जीता था चैंपियंस ट्रॉफी 2002 का खिताब
गांगुली की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी 2002 का खिताब जीता था। तब भारतीय टीम श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता बनी थी। वहीं टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2000 के फाइनल में पहुंची थी। लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद वनडे वनडे वर्ल्ड कप 2003 के फाइनल में जगह बनाई थी, जहां टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी।
मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम को दी पटखनी
ऑस्ट्रेलियाई टीम साल 2001 में भारतीय दौरो पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने आई थी। उस ऑस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव वॉ थे और टीम में एडम गिलक्रिस्ट, मैथ्यू हेडन और रिकी पोंटिंग और शेन वॉर्न जैसे प्लेयर्स थे। वो ऑस्ट्रेलियाई टीम सबसे मजबूत मानी जा रही थी। ऐसे में सभी को उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलिया आसानी से टेस्ट सीरीज अपने नाम कर लेगी। ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट मैच 10 विकेट से जीता था। इससे सभी का दावा और पुख्ता हो गया। लेकिन दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने फॉलोऑन खेलने के बाद भी 171 रनों से जीत दर्ज की थी और ऑस्ट्रेलियाई टीम का 16 टेस्ट मैचों से चला रहा अजेय अभियान रोक दिया था। भारत ने तीसरे टेस्ट मैच में 2 विकेट से जीत हासिल कर ली थी। इस तरह से टीम इंडिया ने पहला टेस्ट मैच हारने के बाद सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली थी।
सौरव गांगुली ने अपने करियर में 113 टेस्ट मैच खेले, जिसमें से उन्होंने 7212 रन बनाए और 16 शतक जड़े। उन्होंने 311 वनडे मैचों में 11363 रन बनाए, जिसमें 22 शतक शामिल हैं। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 72 अर्धशतक भी लगाए। गांगुली भारत के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक हैं।