The court ordered to remove the old woman’s occupation of PM house
दिलीप टंडन/रीडर्स फर्स्ट न्यूज सारंगढ़ ,रायगढ़ वृद्ध महिला की पीएम आवास पर कब्जा करने वाले उसके ही बेटे को कब्जा हटाने का निर्देश न्यायालय ने दिया है। मामला घरघोड़ा थाना क्षेत्र की कंचनपुर का है। गुरुवार को न्यायालय के निर्देश पर हल्का आरआई, पटवारी, पुलिस, कोटवार, सरपंच द्वारा कब्जा हटाने की कार्रवाई करने पहुंचे थे। हेमकुवर पति दौलत राम साहू ने 2020 से बड़े बेटे रामदायल ने कब्ज़ा कर लिया है। वृद्ध महिला बताएं अनुसार घरघोड़ा के कंचनपुर गांव में आबादी पट्टा के अनुसार सभी बेटे को अलग-अलग जमीन दी गई है एक हिस्सा उसने अपने लिये रखा था। उस जमीन पर पीएम आवास के तहत वह मकान बनाकर रह रही थी उम्र दराज होने के कारण उसे चलने फिरने और खाना बनाने में परेशानी होने पर ही उसके मंझले बेटे अपने पास रखा था। इस दौरान उसके बड़े बेटे ने आकर पीएम आवास का ताला तोड़कर उस पर कब्जा कर रहने लगा जिसकी शिकायत बुजुर्ग महिला ने कलेक्टर तहसीलदार, एसडीएम से की ।
गुरुवार को न्यायालय के आदेश पर आर आई, पटवारी पुलिस बल के साथ कंचनपुर वृद्ध की कब्जा की गई पीएम आवास और दिलाने गए थे जहां रामदयाल साहू ने सूचना मिलते ही पीएम आवास खाली कर दिया था पीएम आवास में एक पंखा लगा हुआ था,रामदयाल ने कब्जा हटाने स्वीकार कर लिया था वही आरआई और पटवारी, पुलिस, कोटवार, सरपंच और ग्राम वासियों के बीच ताला खोलकर जांच किया। घरघोड़ा न्यायालय तहसीलदार के आदेशानुसार हेमकुवर पति दौलतराम द्वारा प्रस्तुत आवेदन के संबंध मे मौके उपस्थित होकर मौके पर राजस्व निरीक्षक हल्का पटवारी हेमकुवर एवं रामदयाल साहू ग्राम सरपंच एवं कोटवार ग्राम पटेल कोटवार एवं पुलिस बल की उपस्थिति मे न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के दौरान भूमि 321/46 रकबा 299 वर्ग मी. में स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना अन्तर्गत निर्मित 478 वर्ग मी. पक्का मकान एवं व बाडी को का कब्जा दिलाकर मकान में ताला लगा कर चाबी हेमकुवर को सौपा गया। पंचनामा के मौके पर रामदयाल बाडी छोडने से इंकार किया। ओर प्रवेश के लिये रास्ता देने से सहमत है।जिस वृद्ध महिला हेमकुवर लेने से इंकार किया। ऐसे में विवाद बढ़ गया ततपश्चात महिला के स्वजनो यानी अन्य बेटे व बेटियों ने मिलकर एक बार फिर से तहसीलदार के समक्ष पेश हुए जहां आदेश की अवहेलना के चलते वे स्वयं आए तथा अनावेदक को फटकार लगाते हुए कब्जा मुक्त कराया। वही रास्ता नही दिए जाने का विवाद नही थमा है ऐसे में आधे अधूरे न्याय से महिला तथा स्वजनों नाखुश नजर आए। जिस पर तहसीलदार ने व्यवस्था बनाने का निर्देश भी दिए है।