Fake doctor was performing operations without degree, took lives of many people, case registered
झोलाछाप डॉक्टरों के बारे में यूं तो आपने खूब सुना होगा. बिना डिग्री के फर्जी अस्पताल बनाकर इलाज के नाम पर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले कई डॉक्टरों को पुलिस आए दिन गिरफ्तार करती रहती है. लेकिन यह फर्जीवाड़ा थमने का फिर भी नाम नहीं लेता. हाल ही में राजधानी दिल्ली से ऐसे ही चार झोलाछाप डॉक्टरों को पुलिस ने गिफ्तार किया है. इनका जुर्म सुनेंगे तो आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे.
दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके ग्रेटर कैलाश में एक क्लीनिक में सर्जरी के बाद 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी.इस मामले में संलिप्तता को लेकर चार फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फर्जी डॉक्टर नीरज अग्रवाल, उसकी पत्नी पूजा अग्रवाल, डॉक्टर जसप्रीत और ओटी टेक्निशियन महेंद्र के रूप में हुई. जांच में उनके अपराध की परतें खुलीं तो पुलिस वालों के भी होश उड़ गए.
कागजों पर डॉ. जसप्रीत के थे साइन
डॉ. जसप्रीत MS है, लेकिन इस मेडिकल सेंटर में जिन मरीजों की मौत हुई है, उनके ऑपरेशन में वह शामिल नहीं हुआ था, लेकिन उसका साइन किया हुआ डॉक्यूमेंट था. यानी ऑपरेशन बाकी लोग करते थे, कागजों पर सिग्नेचर डॉ. जसप्रीत का रहता था. आगे की जांच के लिए गुरुवार को आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा.
सर्जरी के दौरान कई मरीजों की मौत
पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि इस नर्सिंग होम की पहले भी कई शिकायतें आ चुकी हैं. हर शिकायत में मरने वाले मरीज की सर्जरी की गई थी. पुलिस को मामला संदिग्ध लगा. 2022 में भी एक महिला की मौत सर्जरी के बाद हुई थी. जिसे प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था. मृतका के परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि डॉक्टरों ने प्रसव बिना ही सर्जरी कर दी थी.
पूर्व टैक्निशियन फर्जी डिग्री से बना डॉक्टर
पुलिस जांच में जो सबसे अहम खुलासा हुआ है, वह यह कि गिरफ्तार चार में से एक आरोपी महेंद्र दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में कार्यरत वरिष्ठ डॉक्टर के पास टैक्निशियन का काम करता था. उसने डॉक्टर को सर्जरी करते हुए देखकर काम सीखा. जिसके बाद MBBS की फर्जी डिग्री तैयार की और मेडिकल सेंटर में काम करने लगा. मेडिकल सेंटर प्रबंधन, महेंद्र को ऑन कॉल सर्जरी करने के लिए बुलाता था. पुलिस अभी यह भी जांच कर रही है कि महेंद्र ने फर्जी डिग्री कहां से बनवाई और यह कहां कहां इस डिग्री की मदद से लोगों का इलाज कर रहा था.