बीजापुर@रामचन्द्रम एरोला – आदिवासी अधिकारी कर्मचारियों के मनोबल तोड़ने के प्रयासों की निंदा करते हुए सर्व आदिवासी समाज ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। समाज द्वारा राज्यपाल के नाम कलेक्ट्रेड में डिप्टी कलेक्टर दिलीप उईके को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा है कि सर्व आदिवासी समाज के संज्ञान में लाया गया है कि बीजापुर जैसे अतिसंवेदनशील जिले में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारियों पर अनर्गल और बेबुनियाद आरोप लगा कर भैरमगढ़ निवासी अजय सिंह जिसे हाल में ही चुनाव के दौरान जिलाबदर की कार्रवाई प्रशासन ने किया है के द्वारा मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है जिसकी समाज तीव्र निंदा करता है। आदतन अपराधी अजय सिंह जिला बदर होने के बाद से बीजापुर में सोशल मीडिया समूहों में आदिवासी अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार अनर्गल बातें लिख रहे हैं। जिससे अधिकारी कर्मचारियों के मनोबल पर विपरित असर हो रहा है। भैरमगढ़ नगरीय क्षेत्र में आदिवासी युवतियों को घरेलू काम में रख कर उन्हे बहला फुसला कर उनका दैहिक शोषण किया जा रहा है। उन्हे शादी का झांसा देकर रखैल बना कर उनके नाम से जमीनों की खरीदी बिक्री की जा रही है। भैरमगढ़ ग्रामीण इलाके में सामाजिक प्रतिनिधियों के घरेलू और सामाजिक कार्यक्रमों को नक्सलियों के साथ जोड़ अजय सिंह द्वारा प्रचारित कर बदनाम किया जाता है। राज्यपाल से अनुरोध है कि इस पर तत्काल रोक लगाई जाए अन्यथा सर्व आदिवासी समाज इन मुद्दों को लेकर सड़क की लड़ाई लड़ने के लिए बाध्य होगा जिसकी जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी।समाज प्रमुखों ने कहा कि अजय सिंह को प्राप्त राजनैतिक संरक्षण पर राजनैतिक दलों की स्थिति स्पष्ट करनी होगी। क्या किसी राजनैतिक दल से उन्हे आदिवासियों पर लगातार जुबानी हमले के लिए सह दिया जा रहा है। ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष कमलेश पैंकरा, गुज्जा राम पवार, मंगल राना, जग्गूराम तेलमी, सीताराम मांझी, सीएस नेताम, बीएस भास्कर, रामलाल कर्मा, नरेश गावड़े, सुहागा तारम, दीपा खेस, इंद्रादेवी कुंजाम, टिकेश्वरी वट्टी, सतरूपा भास्कर, सुमित्रा केमरो सहित बड़ी संख्या में उसूर, भैरमगढ़, भोपालपट्टनम और बीजापुर के सामाजिक सदस्य शामिल हुए थे।