Sushasan Tihaar: Instructions given to ensure alternative arrangements in villages facing water problems
रायपुर / शासन द्वारा शुरू किए गए सुशासन तिहार को लेकर ग्रामीणां में काफी उत्साह देखा गया लोग अपनी विभिन्न मांग एवं शिकायतों के संबंध में समाधान पेटी में आवेदन प्रस्तुत किए। जिला पंचायत जीपीएम के सीईओ श्री सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य ने आज गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के अंतर्गत मरवाही विकासखण्ड के दूरस्थ अंचल ग्राम कटरा, बेलझिरिया, उषाढ और तेंदुमुडा का दौरा कर ग्रामीणों से सीधे संवाद स्थापित किया। वन-टू-वन चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने सीईओ से अपनी मूलभूत समस्याएं साझा कीं, जिसमें कटरा ग्राम पंचायत क्षेत्र में पीने के पानी की गंभीर समस्या प्रमुख रूप से सामने आई। ग्रामीणों ने बताया कि यहां का जल स्तर अत्यंत कम है, जिस पर संज्ञान लेते हुए सीईओ श्री वैद्य ने कार्यपालन अभियंता जल संसाधन को निर्देशित किया कि पानी की समस्या वाले ग्रामों में तत्काल वैकल्पिक पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही ग्राम स्तर पर टैंकरों की व्यवस्था हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मरवाही को आवश्यक निर्देश दिए गए।

अभियान के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों में प्रधानमंत्री आवास, जमीन का बंटवारा, फौती नामांतरण, हैंडपंप एवं कूप खनन, मुर्गीपालन, भूमि सीमांकन, नाला स्टॉप डैम एवं स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल रहीं। ग्राम कटरा में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को देखते हुए सीईओ ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा बीएमओ को निर्देशित किया कि नियुक्त स्वास्थ्य अमले को आवश्यक स्वास्थ्य किट तत्काल उपलब्ध कराई जाए। साथ ही जिन हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृति और राशि प्राप्त हो चुकी है, उनके आवास शीघ्र प्रारंभ कराए जाएं।
सीईओ श्री वैद्य ने निर्देशित किया कि जिन हितग्राहियों को अभी तक आवास योजना का लाभ नहीं मिला है, उनका सर्वे कर उन्हें सूची में जोड़ा जाए। मुर्गीपालन गतिविधियों पर आए आवेदनों पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला मिशन प्रबंधक को समूहों के सीआईएफ और बैंक लिंकेज के माध्यम से आजीविका गतिविधियां तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए गए। ग्राम डोगरिया में एनआरएलएम महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा साबुन निर्माण गतिविधि का निरीक्षण करते हुए सीईओ ने महिलाओं का उत्साहवर्धन किया और इस गतिविधि को वृहद स्तर पर विकसित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक महिलाएं स्वावलंबी बनें और आर्थिक रूप से सशक्त होकर लखपति दीदी बनें।