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थम गए ट्रकों और बसों के पहिए, आम जन जीवन पर असर पड़ना शुरू

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Wheels of trucks and buses stopped, life of common people started getting affected.

गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पेश किए गए हिट एंड रन कानून के लागू होने पर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने इसका जमकर विरोध किया है और नए वर्ष के पहले दिन से ही चक्काजाम का आह्वान किया। नतीजा यह रहा कि ट्रकों के पहिए तो थम ही गए , ट्रक चालकों ने बसों को भी कई स्थानों पर जबरन रोक दिया । आज पहले दिन से ही ट्रक ड्राइवरों की इस हड़ताल से आम लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं । पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लग रही हैं । वहीं रोजमर्रा की चीजों की शॉर्टेज की आशंका बलवती हो गई है जिससे लोग खरीददारी में जुट गए हैं । परिवहन व्यवस्था तहस नहस हो गई है जिसका फायदा निजी वाहन मालिक जमकर उठा रहे हैं और आम आदमी की जेब ढीली हो रही है। दरअसल यात्री बसों के पहिए थम जाने से यात्री बेहद परेशान हो रहे हैं । वहीं थोक बाजारों में जिंसों की आवक पर भी असर पड़ना शुरू हो गया है । आज पहले दिन ही छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की सब्जी मंडी में मात्र 60 फीसदी गाडियां ही पहुंची हैं । पूरे प्रदेश में आज तो मिला जुला असर देखने को मिल रहा है , पर यह तय है कि कल से ना केवल सामानों की कीमत बढ़ जाएगी बल्कि सामानों की किल्लत भी हो जायेगी ।

 

आपको बता दें कि हिट एंड रन के कानून में भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन के अनुसार मामले में दोषी ड्राइवर पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक की कैद का प्रावधान किया गया है । इसी संशोधन का विरोध ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस द्वारा किया जा रहा है । हालांकि मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पदाधिकारी भी मानते हैं कि हिट एंड रन केस में कड़े कदम उठाए जाने चाहिए, पर इतने सख्त कानून लागू किए जाने से ड्राइवरों के मनोबल पर असर पड़ेगा। वैसे भी भारतीय ट्रांसपोर्ट व्यवस्था अभी ड्राइवरों की कमी से जूझ रही है । इस कानून से उसकी मुश्किलें और बढ़ जाएंगी । पदाधिकारियों का कहना है कि नए कानून में कुछ खामियां भी हैं जिनपर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए । फिलहाल , ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के चक्काजाम का व्यापक असर देखने को मिल रहा है और यह तय है कि अगर कांग्रेस की हड़ताल लंबी चलेगी तो आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो जायेगा । दोनों पक्षों को बीच का रास्ता अख्तियार करना चाहिए ऐसा आम लोगों का कहना है ।

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