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Mahadev Betting App: ED ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार,कोर्ट ने 17 जनवरी तक रिमांड पर भेजा

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Mahadev Betting App: ED arrested two accused, court sent them on remand till January 17

ईडी ने महादेव सट्टा एप मामले में 2 कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी अनिल अग्रवाल और नवीन टीबरवाल को विशेष न्यायाधीश अजय अग्रवाल में पेश किया। दोनो पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अनिल, नवीन को 17 जनवरी तक के लिए ईडी की रिमांड पर दिया है । इनमें अनिल रायपुर निवासी है ।

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पांडेय ने कहा कि फिलहाल जांच में पता चला है कि अनिल अग्रवाल
ED के अभियुक्त डॉ सौरभ पांडेय ने बताया कि अनिल कुमार अग्रवाल महादेव सट्टा ऐप में पार्टनर की भूमिका में रहा है। अमित अग्रवाल उसी का करीबी है। अनिल अग्रवाल ने अमित अग्रवाल को दुबई से पैसे भेजे थे। अमित अग्रवाल ने उस पैसे से यहां कई प्रॉपर्टी भी बना ली है। जांच में अब तक 2 करोड़ से ज्यादा का लेन-देन सामने आया है। 1 जनवरी को जो सप्लीमेंट्री चालान स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था, उसमें अनिल अग्रवाल और नितिन त्रिपितवाला का नाम था। अनिल अग्रवाल का भाई है अमित अग्रवाल, जिसे आज कोर्ट में पेश किया गया है।

सट्टेबाजी में लाखों रुपया लगाते थे आरोपी
ईडी के विशेष लोक अभियोजक डा. सौरभ कुमार पांडेय ने बताया कि महादेव एप सट्टेबाजी मामले की जांच में दोनों आरोपियों के नाम सामने आए थे। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी सट्टेबाजी में लाखों रुपये लगाने का काम कर रहे थे। ठोस सबूत मिलने पर दोनों को समन जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया गया था।

ईडी ने दोनों से की घंटों पूछताछ
डा. सौरभ कुमार पांडेय ने आगे कहा कि ईडी ने अपने दफ्तर में दोनों आरोपियों से कई घंटों तक पूछताछ की, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मालूम हो कि महादेव सट्टा एप के मुख्य प्रमोटरों में से एक रवि उप्पल दुबई में हिरासत में है। उसे जल्द ही भारत लाया जाएगा। विशेष कोर्ट ने दुबई स्थित सक्षम अदालत को प्रत्यर्पण के लिए आग्रह पत्र जारी किया है।

ईडी की जांच में पता चला कि अमित अग्रवाल अनिल कुमार अग्रवाल का भाई है जो महादेव ऑनलाइन बुक में पार्टनर भी है। अमित अग्रवाल ने जानबूझकर महादेव ऑनलाइन बुक से प्राप्त अपराध की आय का उपयोग अपने और अपनी पत्नी के नाम पर संपत्ति खरीदने में किया है। इन खरीदियों के वित्तपोषण के लिए, अमित अग्रवाल ने कुल रु. की प्रविष्टियों की व्यवस्था की। उनके और उनकी पत्नी के बैंक खातों में नकदी के बदले 2.5 करोड़ रुपये हैं। निदेशालय के समक्ष दर्ज किए गए बयानों में, उन्होंने कहा कि ये बैंक प्रविष्टियाँ ऋण हैं, हालाँकि, लेनदेन में शामिल एंट्री ऑपरेटर ने सच्चाई का खुलासा किया। इस प्रकार, अमित अग्रवाल को जानबूझकर महादेव ऑनलाइन बुक के सट्टेबाजी संचालन से होने वाले अपराध की आय को छिपाने में सहायता करते हुए पाया गया।

इस मामले में, चल संपत्ति कुल रु. पीएमएलए, 2002 के तहत की गई तलाशी के दौरान 572.41 करोड़ रुपये जब्त/जमा किए गए हैं। दो अनंतिम कुर्की आदेश जारी किए गए हैं, जिनमें रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्तियां कुर्क की गई हैं। 142.86 करोड़. मामले में अभियोजन शिकायतें 20.10.2023 और 01.01.2024 दर्ज की गई हैं। दो अतिरिक्त आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे मामले के संबंध में पकड़े गए आरोपियों की कुल संख्या आठ हो गई है।

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