Home छत्तीसगढ़ बुरी संगति से बुरे विचार उत्पन्न होते हैं…पं रमेश चौबे

बुरी संगति से बुरे विचार उत्पन्न होते हैं…पं रमेश चौबे

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हर महान कार्य कठिन है और हल्का कार्य सरल..पं रमेश चौबे..

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जांजगीर चांपा। जिला मुख्यालय समीपस्थ ग्राम पुटपुरा में संगीतमय श्रीमदभागवत कथा का आयोजन स्व लंबोदर तिवारी,स्व कुमुदनी देवी तिवारी के वार्षिक श्राद्ध एवं मृत आत्मा की शांति लिए यह आयोजन। पुटपुरा के मालगुजार तिवारी परिवार में कराया जा रहा है। जिसके कथा वाचक जर्वे हरदी के पंडित रमेश चौबे ने तीसरे दिन की कथा सुनाते हुए कहा ,मनुष्य वहीं पहुँच जाता है। अच्छे कर्म और अच्छा संग करने से हमारे अंदर अच्छे विचार पैदा होते हैं, हमारे जीवन की यात्रा शुभ होती है। बुरे कर्म, बुरा संग करने से बुरे विचार उत्पन्न होते हैं एवं जीवन अधोगति की ओर चला जाता है। हर महान कार्य कठिन है और हल्का कार्य सरल। उत्थान कठिन है, जबकि पतन सहज है। पहाड़ों पर चढ़ने में परिश्रम होता है, पर उतरने में परिश्रम नहीं होता। पतन के समय जरा भी परिश्रम नहीं करना पड़ता, लेकिन परिणाम बहुत दुःखद होता है। उत्थान के समय विश्राम नहीं होता, परिश्रम लगता है, किंतु परिणाम सुखद होता है। कोई कहे कि इस घोर कलियुग में विकारों से बचना मुश्किल है, कठिन है; ऐसा समझकर अपनी शक्ति को नष्ट करना यह कहाँ की बुद्धिमानी है? इसकी अपेक्षा अच्छे विचार, महापुरुषों के संग को अपनाते हुए अच्छे कर्म करें और अपने जीवन को महान बनाएं; इसी में जीवन की सार्थकता है। कथा श्रवण करने मुख्य यजमान जवाहर तिवारी-श्रीमती चंद्रकांति तिवारी, इंदू शेखर तिवारी, श्रीमती सत्या तिवारी, दीपक तिवारी, श्रीमती मंजू तिवारी,अमर सुल्तानिया मनीष तिवारी हितेश यादव जितेंद्र खांडे मुकेश गोपालपुरिया रवि पांडे सुनील पांडे राकेश तिवारी, अन्नी तिवारी,साकेत तिवारी, गोल्डी,गोलू तिवारी, नवदीप तिवारी, संजय तिवारी, राधेश्याम शास्त्री, कान्हा तिवारी, शंभू तिवारी, नीति तिवारी, रानू तिवारी,पायल तिवारी,पलक तिवारी, नीति तिवारी, पूर्वा सिम्मी तिवारी,
सोनल तिवारी, रूपा तिवारी,स्वाति तिवारी , आशी , बोनू तिवारी, नयन तिवारी, सोहवन राठौर, रामयण राठौर, किशोर राठौर, सुखराम बारेठ,विक्की राठौर,की सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

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