Big action against jailed former CM Hemant Soren, know what was revealed in the investigation
ED ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि सोरेन ने 2011 से रांची के बारगैन इलाके में 8.86 एकड़ जमीन पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा कर रखा है। ED के अनुसार, सोरेन ने अपने करीबी सहयोगियों रंजीत सिंह, हिलेरियस कच्छप और राजकुमार के जरिए जमीन पर कब्जा किया। चार्जशीट के मुताबिक, इस पूरे मामले में राजस्व अधिकारी भानू प्रताप प्रसाद की अहम भूमिका रही, जिन्हें हेमंत और अन्य 2 अधिकारियों के साथ मामले में आरोपी बनाया गया है।
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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. भूमि घोटाले में जेल में बंद सोरेन के खिलाफ ED ने जांच तेज कर दी है. ED ने हेमंत सोरेन के कथित स्वामित्व वाले 8.86 एकड़ जमीन को कुर्क कर लिया, जिसकी कीमत करीब 31 करोड़ रुपये बताई जा रही है. ये जमीन रांची के बरियातू में है.
ED ने गुरुवार को बताया कि पूर्व CM सोरेन और उनके सहयोगियों के खिलाफ धनशोधन जांच के तहत ये कार्रवाई की गई है. जमीन घोटाले में पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमे के बाद ईडी ने इसकी जांच शुरू की. इस मामले में अधिकारियों समेत कई लोगों के खिलाफ घोटाले का आरोप है. ईडी ने कहा है कि इस मामले में मुख्य आरोपी झारखंड के राजस्व विभाग के पूर्व अधिकारी एवं सरकारी रिकॉर्ड संरक्षक प्रसाद हैं.
चार्जशीट के अनुसार, भानू प्रताप एक सिंडिकेट का हिस्सा थे, जो जमीन हड़पने के लिए सरकारी जमीन के दस्तावेजों में बदलाव करता था। उन्हें सोरेन और अन्य कई सरकारी अधिकारियों से मदद मिलती थी। ED के अनुसार, प्रताप ने 8.86 एकड़ जमीन के दस्तावेजों से भी छेड़छाड़ की, जिससे इसे हड़पने का रास्ता साफ हुआ। दावा है कि ED को प्रताप के कार्यालय के 44 पेज की एक फाइल मिली, जिसमें इस जमीन के बारे में अहम जानकारी है।
चार्जशीट में कहा गया कि डायरी और एक अन्य आरोपी के फोन में मिले संदेशों से भानू प्रताप से जुड़े वित्तीय लेनदेन की पुष्टि हुई है। 8.86 एकड़ जमीन की देखभाल करने वाले संतोष मुंडा ने भी इस जमीन का मालिक ‘मिनिस्टर जी’ को बताया है। ED के अनुसार, सोरेन ही ये ‘मिनिस्टर जी’ हैं। एक अन्य आरोपी बिनोद कुमार के फोन से मिली एक तस्वीर में जमीन पर एक बैंक हॉल बनाने की योजना का खुलासा हुआ
ED को दिए बयान में सोरेन ने जमीन के बारे में अनभिज्ञता व्यक्त की और बिनोद के साथ अपने संवाद पर भी कुछ नहीं बोले। ED मामले में 33 गवाहों के बयान दर्ज कर चुकी है और हजारों पेज के दस्तावेज जब्त कर चुकी है।