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थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश

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Bhatapara rural police station busted a big gang of motorcycle thieves residing in Bhatapara area.

● मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक सहित कुल 06 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
● गिरोह से चोरी का कुल 55 मोटरसाइकिल बरामद करने में मिली सफलता
● गिरोह द्वारा चोरी किये गये 04 अन्य मोटर सायकल अवैध रूप से शराब बिक्री के प्रकरण मे 02 थाना भाटापारा शहर, 01 थाना हथबंद एवं 01 चौकी करहीबाजार मे है जप्त
● गिरोह द्वारा चोरी के साथ मोटरसाइकिल के नये फर्जी RC कार्ड बनाकर ग्राहकों को करते थे बिक्री
● Google Play store के Picsart मोबाईल ऐप के माध्यम से मोटर सायकल का नया पेपर, फर्जी RC कार्ड बनाकर मोटर सायकल ख़रीदार के साथ करते थे धोखाधड़ी
● उक्त फर्जी पेपर की सहायता से सभ्य नागरिक का छद्म रूप धारण कर बेच देते थे चोरी की मोटरसाइकिल
● चॉइस सेंटर संचालक से कराते थे फर्जी कागजात की प्रिंटिंग
● गिरोह का सरगना एक इंजीनियर, जिसके द्वारा संचालित किया जा रहा था, मोटरसाइकिल चोरी एवं फर्जी कागजात बनाकर चोरी का मोटरसाइकिल बेचने का पूरा रैकेट
● गिरोह द्वारा अधिकांश मोटर सायकल रायपुर शहर से चोरी कर भाटापारा शहर/ ग्रामीण के आम लोगो के पास कर दी गई है बिक्री

RO NO - 12784/135  

सौरभ बरवाड़@भाटापारा- पिछले कुछ समय से जिले में मोटरसाइकिल चोरी की बहुत सी घटनाएं घटित हो रही थी। इस संबंध में पुलिस द्वारा लगातार जांच तस्दीक कर आरोपियों का पता लगाने का प्रयास लगातार किया जा रहा था, लेकिन इन सब में एक विशेष बात यह सामने आ रही थी, कि इन चोरी का मोटरसाइकिल का उपयोग आखिर किया जा रहा है या नहीं। यह मोटरसाइकिल ना ही लावारिस बरामद हो रही थी और ना ही इन वाहनों को किसी अन्य वाहन चालक अथवा चोर द्वारा चलाते हुए देखा जा रहा था। यह सबसे बड़ा सवाल सबसे पहले सामने आ रहा था। कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार द्वारा मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं को रोकने एवं इन चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों की धरपकड़ हेतु अविनाश ठाकुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं आशीष अरोरा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस भाटापारा के मार्गदर्शन में एक विशेष पुलिस टीम का निर्माण किया गया।

टीम द्वारा सर्वप्रथम मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं से संबंधित समस्त तथ्यों का गहन अवलोकन कर इनसे जुड़ी तकनीकी बिंदुओं पर जांच प्रारंभ किया गया। साथ ही सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर भी गिरोह का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा था। पुलिस टीम द्वारा यह समझने का भी प्रयास किया जा रहा था कि, आखिर इन चोरी की मोटरसाइकिल को कहां खपाया जा रहा है और यह चोरी की मोटरसाइकिल जाते कहां है। कि इसी बीच निरीक्षक अमित पाटले के नेतृत्व में थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस को एक आरोपी के संबंध में पता चला, जो की मोटरसाइकिल बिक्री हेतु ग्राहक ढूंढ़ रहा था, जिसे चोरी के मोटर सायकल के साथ सीसीटीवी फुटेज में कई मौकों पर संदिग्ध रूप में देखा गया था। आरोपी को पकड़कर हिरासत मे लेकर कड़ाई से पूछताछ किया गया है, जिसमें मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले तथा चोरी के पश्चात इन वाहनों का फर्जी कागजात तैयार कर बिक्री करने वाले इस शातिर गिरोह के बारे में पता चला। आरोपी से पूछताछ एवं उससे प्राप्त जानकारी के माध्यम से कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए, गिरोह के 06 शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे पूछताछ एवं घटनाओं से मिले तथ्यों के अनुसार भाटापारा क्षेत्र निवासरत इस चोर गिरोह के संबंध में जो जानकारी मिली है वह निम्नानुसार है :-

● वाहन चोरी का तरीका- चोर गिरोह के सदस्यों द्वारा सर्वप्रथम कॉलोनी, पार्किंग स्थल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि में पार्क वाहनों की चोरी की जाती थी। इन वाहनों का फर्जी कागजात तैयार करने तक इन्हें छुपा कर रखा जाता था, ताकि किसी को पता ना चल सके

● Picsart App की सहायता से मोटरसाइकिल का फर्जी पेपर तैयार करना- चोरी करने के बाद इन मोटरसाइकिल का फर्जी पेपर तैयार करने का खेल प्रारंभ होता था। गिरोह के मुख्य आरोपी अमन खान द्वारा गूगल प्ले स्टोर में Picsart ऐप के जरिए, चोरी किये गए मोटरसाइकिल का फर्जी कागजात तैयार करने का काम करता था। इस ऐप की सहायता से फर्जी आरसी बुक एवं अन्य पेपर तैयार करता था, जो की हूबहू असली जैसे दिखते हैं। इसे किसी भी प्रकार से पहचान पाना बहुत ही मुश्किल होता था।

● चॉइस सेंटर संचालक अब्दुल कादिर द्वारा चोरी की मोटरसाइकिल का फर्जी कागजात तैयार कर मुख्य आरोपी अमन खान को उपलब्ध कराया जाता था। यह गिरोह बहुत ही शातिर तरीके से काम करता था। यह लोग भारत चॉइस सेंटर भाटापारा के संचालक अब्दुल कादिर के माध्यम से Picsart मोबाईल ऐप से तैयार किए गए फर्जी तैयार आरसी बुक का प्रिंट कराकर नए ग्राहक को विश्वास में लेने के लिए स्टाम्प पेपर से नोटरी कराकर ग्राहकों को बिक्री करते थे, जिससे आम लोगो को उनके साथ फर्जीवाडा होने का अंदेशा भी नहीं रहता था।

इस प्रकार नए ग्राहक को चोरी की मोटरसाइकिल खरीदने का पता ही नहीं चल पाता था। यह चोर गिरोह लगातार मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं एवं फर्जी कागजात तैयार करके मोटरसाइकिल बेचने का भी काम कर रहा था। थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा इस चोर गिरोह के 06 शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ पर अब तक चोरी की 55 मोटरसाइकिल बरामद करने में सफलता मिली है।

उक्त गिरोह को पकडने मे निरीक्षक अमित पाटले सउनि ईश्वर टो्प्पो, प्रधान आरक्षक संजय सोनी, आरक्षक गौरीशंकर कश्यप, कृष्णा जांगडे, अजय साहू, तिलक चंद्रवंशी, धनंजय देवांगन, हरेन्द्र कोसरे का सराहनीय योगदान रहा। आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिसमें जिले में घटित मोटरसाइकिल चोरी की सिलसिलेवार कई अन्य घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है।

आरोपियों के नाम
01. अमन खान पिता अब्दुल खान उम्र 26 साल पता भगत सिंह वार्ड भाटापारा शहर (इंजीनियर)
02. सब्दर अली पिता सलीम उम्र 32 साल पता भगत सिंह वार्ड भाटापारा शहर
03. भानु टंडन पिता नेमी टंडन उम्र 19 साल पता महासती वार्ड भाटापारा शहर ।
04. कमलेश ध्रुव पिता संतोष ध्रुव उम्र 26 साल पता भगत सिहं वार्ड भाटापारा शहर
05. अब्दुल कादिर पिता अब्दुल गफ्फार उम्र 30 साल पता भगत सिंह वार्ड भाटापारा शहर
06. अपचारी बालक

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