The 1100 year old Hanuman temple in Ratanpur, Chhattisgarh is being given a grand makeover.
Hanuman Jayanti Special: बिलासपुर। बिलासपुर छत्तीसगढ़ न केवल दूसरा बड़ा शहर है बिलासपुर के आसपास प्राचीन वैभव समेटे हुए कई पुरातात्विक महत्व के धरोहर हैं शक्तिपीठ मां महामाया का मंदिर है। महामाया मंदिर से लगे करीब एक किलोमीटर आगे कोरबा रोड पर गिरिजाबंध सिद्ध पीठ हनुमान जी का मंदिर है। दक्षिणमुखी हनुमानजी की प्रतिमा में ऐसी अलौकिक है कि लोग उन्हें देखते ही खो जाते हैं। 13वीं शताब्दी में कल्चुरी राजवंश के राजा पृथ्वीपाल ने हनुमान मंदिर का निर्माण कराया था। याने 1100 साल प्राचीन मंदिर है गिरिजाबंध हनुमान मंदिर।

गिरिजाबंध हनुमान मंदिर का अब जीर्णोद्धार किया जा रहा है। रतनपुर के तारकेश्वर पुरी इस मंदिर के पुजारी हैं। उन्हीं के देखरेख में इस मंदिर को भव्य रुप दिया जा रहा है। मंदिर पर नक्काशी करने के लिए उड़ीसा से कलाकार बुलाए गए हैं, जो दिन रात काम में लगे रहते हैं। जिस रुप में मंदिर बन रहा है, उससे बराबर छत्तीसगढ़ में कोई हनुमान मंदिर नहीं है। हालांकि, कुछ लोगों का दावा है कि मध्य भारत का पहला हनुमान जी का इतना भव्य मंदिर होगा। हनुमान जी के बड़े मंदिर ज्यादातर इलाहाबाद, पटना समेत दक्षिण के राज्यों में हैं