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MP से रेस्क्यू के लिए बुलाई टीम,ग्रामीणों की बढ़ गई धड़कनें और फिर…कूनो नेशनल पार्क से भागा नामिबियाई चीता,

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Team called for rescue from MP, heartbeats of villagers increased and then…Namibian cheetah ran away from Kuno National Park,

मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो सफारी पार्क से एक अफ्रीक चीता भागकर राजस्थान आ गया है. इस नामिबियाई चीते ने करौली जिले के करणपुर इलाके के सिमारा गांव में डेरा डाल रखा है. शनिवार को सुबह इलाके में चीते के घुसने की सूचना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई. सूचना पर वन विभाग और पुलिस की टीम सिमारा गांव पहुंची. वन विभाग और पुलिस की टीम चीते को पकड़ने का प्रयास कर रही है.
वन विभाग और पुलिस ने क्षेत्र के लोगों से सावधानी बरतने और चीते से पर्याप्त दूरी बनाए रखने की अपील की है. यह नामिबीयाई बताया जा रहा है. इसके मध्य प्रदेश स्थित कूनो सफारी पार्क से भटकते हुए करौली पहुंचने की सूचना है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है उसे पकड़कर वापस कूनो पहुंचाया जाएगा

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शनिवार को सुबह-सुबह नजर आया चीता

सिमारा गांव निवासी केदार मीणा ने बताया कि शनिवार को सुबह कुछ ग्रामीण खेतों पर जा रहे थे. उसी दौरान उन्होंने एक जंगली जानवर को देखा. जंगली जानवर को देखकर वो डरकर वापस गांव में आ गए. उन्होंने अन्य ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई. ग्रामीणों ने वन विभाग और पुलिस को क्षेत्र में जंगली जानवर के आने की सूचना दी.

मध्य प्रदेश से भी वन विभाग की टीम पहुंच गई है

सूचना पर वन विभाग मौके पर पहुंचा. उसने इसके नामिबियाई चीता होने की पुष्टि की. इस बीच मध्य प्रदेश के वन विभाग की एक टीम भी सिमारा गांव पहुंच गई. पुलिस और ग्रामीणों चीते से पर्याप्त दूरी बनाए हुए हैं. वन विभाग की टीम इस चीते को ट्रेंकुलाइज कर वापस कूनो पहुंचाने के प्रयास में जुटी है. चीते के क्षेत्र में आने की सूचना से लोगों में दहशत है.

वन विभाग की अपील : चीता से दूरी बनाकर रखें

जानकारी के मुताबिक, शनिवार सुबह करौली के सिमारा गांव में पहली बार चीता ओमान को देखा गया। सूचना पर वन विभाग राजस्थान और एमपी की टीम यहां पहुंची। वन विभाग और पुलिस द्वारा क्षेत्र के लोगों से सावधानी बरतने और चीता से पर्याप्त दूरी बनाए रखने की अपील की है। राजस्थान वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती प्रयासों में चीते का रेस्क्यू नहीं हो सका है। इसलिए कूनो पार्क की टीम को बुलाया है।

ग्रामीणों में दहशत

खेत जाते समय कुछ ग्रामीणों ने सुबह एक जंगली जानवर को देखा। जंगली जानवर को देखकर लोग डरकर वापस गांव आ गए और अन्य ग्रामीणों को भी जानकारी। इसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। चीता आने की सूचना से आसपास के इलाके में दहशत फैल गई है। वन विभाग के अधिकारी भी प्रयास कर रहे हैं कि चीता से स्थानीय लोगों का आमना-सामना नहीं हो या उसे कोई नुकसान न पहुंचे।

चंबल नदी के किनारे-किनारे करौली पहुंचा चीता

करौली वन विभाग के मुताबिक, किसी जानवर के सिमारा गांव में पहुंचने की सूचना मिली थी। जानवर की पहचान नर चीता के रूप में हुई। सूचना मिलने ही ग्रामीण बड़ी संख्या में लाठी-डंडे लेकर पहुंच गए थे ताकि वे अपनी सुरक्षा कर सके। चीता एमपी के श्योपुर और सबलगढ़ से होते हुए आया है। एमपी के ये दोनों शहर चंबल नदी से सटे हैं। ​करौली का सिमारा भी चंबल के किनारे बसा है। अनुमान है कि चीता चंबल किनारे होते हुए राजस्थान में पहुंचा है।

चार माह पहले अग्नि पहुंचा था राजस्थान

बता दें कि चार माह पहले भी कूनो नेशनल पार्क से लापता चीता ‘अग्नि’ राजस्थान की सीमा में पहुंच गया था। उसकी लोकेशन एमपी और राजस्थान से सटे बारां जिले के जंगल के आसपास मिली थी। कूनो की टीम बारां पहुंची और चीते को ट्रैंकुलाइज कर ले गई थी। ये चीता भी राजस्थान की सीमा के 15 किलोमीटर अंदर तक आ गया था।
नर चीता बताया जा रहा है

करौली वाइल्ड लाइफ उपवन संरक्षक पीयूष शर्मा ने बताया कि किसी जंगली जानवर के सिमारा गांव में पहुंचने की सूचना मिली थी. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. जानवर की पहचान नर चीता के रूप में हुई है. चीते को पकड़ कर वापस कूनो पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए कूनो से वन विभाग की टीम के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है.

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