Big action against Naxalites in Chhattisgarh, security forces conducted a big operation, 123 Naxalites killed in 5 months
छत्तीसगढ़ में नकक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली हैं. 6 जून को 5 जिलों के सुरक्षा बलों ने पूर्व बस्तर डिविजनल के बड़े कैडर नक्सलियों को ढेर कर दिया. बताया जा रहा है कि नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, बीजापुर और बस्तर की डीआरजी और आईटीबीपी के जवानों को जिले के सरहदी इलाकों में बड़े नक्सलियों के होने की खबर मिली थी. इसके बाद गोबेल जंगल में नक्सली और सुरक्षा बलों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई. इस ऑपरेशन में जवानों ने 6 नक्सलियों को ढेर कर दिया है.
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मारे गए नक्सलियों में 3 महिला और 3 पुरुष शामिल है. उनके शवों की शिनाख्ति के बाद मारे गए नक्सलियों की पहचान कपनी नंबर 6 के 1 ,पीपीसीएम 1 डिप्टी कमाण्डर 2, पार्टी मेंबर के 2 और 1 ब्यानार एरिया का ACM के रूप में हुई है. साथ ही घटना स्थल से 313, 315, बीजीएल लांचर और कई विस्फोटक सामग्रियों को भी सुरक्षा बलों ने बरामद किया है.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में सात नक्सलियों को मार गिराया। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, नारायणपुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिले की सीमा पर सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में सात नक्सलियों को मार गिराया।
अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार रात सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में नारायणपुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिले की सीमा पर स्थित मुंगेडी और गोबेल क्षेत्र में भेजा गया था। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबल के जवान शुक्रवार को जब गोबेल क्षेत्र में थे तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
छत्तीसगढ़ में नक्सली अटैक नया नहीं है, यहां आए दिन हमले होते रहते हैं। पुलिस के अनुसार, दो दिन पहले छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 6 नक्सली मारे गए ये जिनमें 3 महिलाएं भी थीं। ये सभी नक्सली खूंखार कैडर के थे, जिन पर कुल 38 लाख रुपये का इनाम था।
नक्सलियों के बीच पैदा हुआ डर
यह ऑपरेशन पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) कंपनी नंबर पर सुरक्षा बलों का अब तक का सबसे बड़ा हमला है। पुलिस ने कहा कि इससे पूर्वी बस्तर संभाग में नक्सलियों के बीच डर का माहौल पैदा हो गया है, जिसे उनका मजबूत गठन माना जाता है।
मुठभेड़ शुक्रवार को ओरछा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गोबेल और थुलथुली गांवों के पास हुई। जबकि पुलिस ने पहले कहा था कि सात नक्सली मारे गए, बाद में उन्होंने मरने वालों की संख्या छह बताई, जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं। वहीं एक पुलिस अधिकारी ने इस घटना को लेकर कहा है कि मृतक पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की सैन्य कंपनी नंबर 6 और प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के पूर्वी बस्तर डिवीजन फॉर्मेशन के थे।
71 मुठभेड़ों में 123 नक्सली मारे गए
मारे गए छह उग्रवादियों में से चार की पहचान स्नाइपर टीम कमांडर और प्लाटून नंबर मासिया उर्फ मेसिया मंडावी (32) के रूप में की गई। 2 सेक्शन ‘ए’ कमांडर, रमेश कोर्राम (29), डिप्टी कमांडर, सन्नी उर्फ सुंदरी, पार्टी सदस्य, और सजंती पोयाम, जो पीएलजीए कंपनी नंबर की सदस्य थीं।
इन चारों के सिर पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था। बाकी दो की पहचान जयलाल सलाम के रूप में की गई, जो बयानार क्षेत्र समिति के सदस्य के रूप में सक्रिय था और उसके सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम था, और जननी उर्फ जन्नी ( 28), उसके सिर पर 1 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस ने कहा कि इस साल अब तक बस्तर संभाग में 71 मुठभेड़ों में 123 नक्सली मारे गए हैं।