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काटा चालान, नायब तहसीलदार की वीडियो वायरल होने पर राजस्व कर्मी गुस्से में, कार्रवाई की मांग

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Challan was issued, revenue personnel got angry after the video of Naib Tehsildar went viral, demanded action

बहराइच। नायब तहसीलदार मिहींपुरवा रविवार को अपनी प्राइवेट कार पर नीली बत्ती लगाए जा रहे थे। यातायात पुलिस ने डीहा के पास चेकिंग के दौरान नियमों का उल्लंघन करने पर उनका चालान काटते हुए कार्रवाई की।
मालूम हो कि नायब तहसीलदार मिहिपुरवा अरसलान-उर-रशीद अपनी प्राइवेट गाड़ी में नीली लाल बत्ती लगा कर पत्नि के साथ बहराइच आए हुए थे। वह देहात कोतवाली ढिहा चौराहे से गुजर रहे थे तो यातायात पुलिस इंस्पेक्टर अनेन्द्र यादव ने उन्हें रोककर पूछा कि आप क्या है जो यह लाल बत्ती लगाए हैं। इस पर उन्होंने बताया कि मैं नायब तहसीलदार हूं, लेकिन हाई कोर्ट जाता हूं, इसलिए लाल बत्ती लगी है। हालांकि जिस समय पुलिस ने उन्हें पकड़ा उस समय वह परिवार सहित थे यानि वह किसी सरकारी काम से नहीं जा रहे थे, इसलिए पुलिस ने ढाई हजार का चालान भी काट दिया।

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में वीआईपी कल्चर पर लगाम लगाते हुए वाहन पर नीली और लाल बत्ती लगाने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी कई अधिकारी सीएम के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। रविवार को मिहींपुरवा नायब तहसीलदार मोहम्मद अरसलान उर रशीद अपनी निजी कार में बत्ती लगाए हुए बलरामपुर की तरफ परिवार के साथ जा रहे थे। दरगाह शरीफ थाना क्षेत्र के डीहा तिराहा के पास यातायात पुलिस ने चेकिंग के दौरान उनका ढाई हजार रुपये का चालान काट दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो की पुष्टि अमर उजाला नहीं करता है। पुलिस की इस कार्रवाई से जिलावासियों में तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं। यातायात निरीक्षक अनेंद्र यादव का कहना है कि सीएम के आदेश का पालन किया जा रहा है। चेकिंग अभियान चलाकर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।

नायब तहसीलदार को अपमानित करने का आरोप

नायब तहसीलदार द्वारा यातायात पुलिस प्रभारी/निरीक्षक को अनेन्द्र को अपना परिचय बताने और बत्ती हटाने व चालान कटवाने की सहमति देने के बावजूद पुलिस कर्मियों अभद्रता करते हुए वीडियो भी बनाया गया। घटना का बिना सक्षम अधिकारी के संज्ञानित कराये सोसल मीडिया में वायरल भी कर दिया गया जो राजपत्रित अधिकारी की निजता के अधिकार का हनन और राजपत्रित अधिकारी तथा उसके परिवार को अपमानित करने के उद्देश्य से कारित की गई है जो निन्दनीय है।

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