CBI takes action in NEET paper leak, first arrest in the case, CBI arrests 2 people from Patna
नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम ने पहली गिरफ्तारी की है। सीबीआई की टीम ने पटना से दो लोगों को हिरासत में लिया है। जांच एजेंसी ने मनीष कुमार और आशुतोष कुमार गिरफ्तार किया है।इस मामले में आरोपी बलदेव कुमार उर्फ चिंटू और मुकेश कुमार को बिहार के पटना स्थित सीबीआई कार्यालय पहुंची। इसके बाद दोनों को पटना की विशेष सीबीआई अदालत ने सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले की जांच तेज कर दी है. इस बीच सीबीआई ने आज गुरुवार को अपनी पहली गिरफ्तारी करते हुए बिहार की राजधानी पटना से 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. महाराष्ट्र के लातूर से भी पेपर लीक के तार जुड़ते दिख रहे हैं. लातूर में भी यह केस अब सीबीआई को हैंड ओवर कर दिया गया है. जबकि लातूर पुलिस अब तक यहां के 2 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
पेपर लीक मामले में सीबीआई ने पटना से 2 लोगों मनीष प्रकाश और आशुतोष को गिरफ्तार किया है. मनीष प्रकाश के बारे में कहा जा रहा है कि वह छात्रों को अपनी गाड़ी में लाने और ले जाने का काम किया करता था, जबकि आशुतोष के घर में अभ्यर्थियों को ठहराया जाता था. पेपर लीक मामले में सीबीआई की ओर से यह पहली गिरफ्तारी है.
पूछताछ के बाद CBI ने किया गिरफ्तार
सीबीआई ने पहले मनीष प्रकाश को पूछताछ के लिए बुलाया और पूछताछ के दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई ने गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना मनीष प्रकाश की पत्नी को फोन के जरिए दी. केंद्रीय जांच एजेंसी ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया. साथ ही सीबीआई अब तक इस मामले में 6 एफआईआर दर्ज कर चुकी है.
वहीं लातूर में नीट पेपर लीक केस को भी सीबीआई को हैंड ओवर कर दिया गया है. यहां पर भी पेपर लीक के मामले सामने आए थे. हालांकि मामला सामने आने के बाद लातूर पुलिस ने अपनी जांच के दौरान 2 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. जबकि एफआईआर में नामजद 2 आरोपी फरार बताए जा रहे हैं और उनकी तलाश की जा रही है. मामले में अभी तक लातूर पुलिस 6 अन्य लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है.
571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी परीक्षा
नीट परीक्षा 5 मई को 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे। इस परीक्षा में 23 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे। सीबीआई की पहली एफआईआर रविवार को दर्ज की गई थी, एक दिन पहले मंत्रालय ने घोषणा की थी कि वह परीक्षा के आयोजन में कथित अनियमितताओं की जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंप देगा।
इससे पहले सीबीआई की टीम ने हजारीबाग में कई जगहों पर जांच की थी। सीबीआई की टीम एसबीआई बैंक जाकर जांच की थी। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाले और वहां के अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की थी।
जानकारी के अनुसार, मनीष प्रकाश को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था. पूछताछ के दौरान ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया. सीबीआई ने इसकी आधिकारिक सूचना मनीष प्रकाश की पत्नी को फोन करके दी. बीते रविवार को एबीपी न्यूज़ ने मनीष प्रकाश के बारे में पहली बार बताया था और उसकी तस्वीर दिखाई थी.
पेपर लीक में क्या है मनीष प्रकाश का रोल?
नीट पेपर लीक कांड मामले में मनीष प्रकाश का रोल यह है कि इसने ही पटना के खेमनीचक स्थित लर्न प्ले स्कूल में बच्चों को ठहराया था. वही प्रश्न पत्र लाकर बच्चों को दिया थे. चार मई की रात में उन्हें रटवाया गया था. आशुतोष ने ही रविवार को पहली बार अपना और मनीष का गुनाह कुबूल किया था. मनीष ने मध्यम का भी नाम लिया था.
बता दें कि इस केस की जांच पहले बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम कर रही थी. अब इस केस को सीबीआई को सौंप दिया गया है. सीबीआई की टीम झारखंड के हजारीबाग में भी कई लोगों से पूछताछ करने बीते बुधवार को पहुंची थी. गुरुवार को भी पूछताछ जारी रही. झारखंड के हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से पेपर लीक के कनेक्शन मिले हैं. शक है कि यहीं से नीट का पेपर लीक हुआ है. इस कांड का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अभी फरार है.