Air India received a bomb threat in the flight, a passenger spoke to Air India Express staff during checking, causing a stir
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में सफर करने जा रहे एक यात्री ने स्टाफ से कहा कि उसके बैग में बम है. इसके बाद पूरे वहां मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई. ट्रांजिट चेकिंग के दौरान उसने स्टाफ को अपने बैग में बम होने की जानकारी दी. एयरलाइंस स्टाफ ने तुरंत ‘बॉम्ब थ्रेट असेसमेंट कमिटी’ (बीटीएससी) को इसकी सूचना दी और उसकी टीम मौके पर पहुंची. टीम ने तुरंत यात्री के बैग की जांच शुरू कर दी, ताकि बम को निकाला जा सके.
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हालांकि, अभी तक इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि यात्री के बैग में सच में बम था या नहीं. आमतौर पर इस तरह के मामलों में बम होने की सूचना फर्जी निकलती रही हैं. पहले भी कई यात्रियों ने फ्लाइट और चेकिंग के दौरान इस तरह की धमकियां दी हैं, लेकिन जांच के दौरान उनके बैग से कुछ नहीं मिला है. मगर बम की धमकी मिलने पर एयरपोर्ट प्रशासन को नियमों के तहत तुरंत एक्शन लेना होता है और बनाए गए एसओपी के तहत बैग और यात्री की जांच करनी होती है.
इस घटना के पश्चात, सख्त सुरक्षा प्रतिक्रियाओं के साथ, यात्रियों की सुरक्षा में और भी वृद्धि की जा रही है। इसके साथ ही, संचालन दल ने एक अच्छी तरह से संभावित तत्वों को अनुसरण किया है ताकि ऐसी घटनाओं के प्रति तत्परता बनी रहे।
आपको बता दे की पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान 30 वर्षीय सुहैब के तौर पर बताई गई है, जो एयर इंडिया स्टाफ की खराब सर्विस से नाराज था. वह लंदन से कोच्चि आया था तो फ्लाइट में उसे दी गई सुविधा से वो खुश नहीं था. इसके बाद उसने पुलिस को फोन कर फ्लाइट में बम होने की फर्जी जानकारी दी.
आमतौर पर ऐसे स्थिति फर्जी होती है:
हालांकि, यात्री के बैग में बम था या नहीं, यह अभी भी अज्ञात है। ऐसी स्थितियों में, बम की मौजूदगी की रिपोर्ट आमतौर पर फर्जी होती है। कई यात्रियों ने पहले भी उड़ान और जांच के दौरान इसी तरह की धमकियां दी हैं, लेकिन जांच में उनके सामान में कुछ भी नहीं मिला। हालांकि, बम की धमकी मिलने पर, एयरपोर्ट प्रशासन को नियमों के अनुसार तुरंत कार्रवाई करने, यात्री के बैग की जांच करने और बनाए गए एसओपी का पालन करने की आवश्यकता होती है।