Home Blog भारत रुकवा सकता है रूस और यूक्रेन के बीच जंग’,पीएम मोदी के...

भारत रुकवा सकता है रूस और यूक्रेन के बीच जंग’,पीएम मोदी के रूस दौरे के बाद, अमेरिका ने माना भारत में रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने की ताकत

0

‘India can stop the war between Russia and Ukraine’, after PM Modi’s visit to Russia, America acknowledged India’s power to stop the Russia-Ukraine war

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद सबसे पहले दौरे के लिए रूस को चुना. जिसके बाद पीएम मोदी 8 और 9 जुलाई को रूस के दौरे पर थे. जहां रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी के बीच जंग, आतंकवाद से लेकर सुलह तक की बातचीत हुई. जिसके बाद अब अक्टूबर में पीएम मोदी एक बार फिर रूस का रुख करे सकते हैं.

Ro.No - 13259/133

पीएम मोदी के रूस के इस दौरे के बाद अमेरिका ने इस बात को माना है कि भारत रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को खत्म कराने की ताकत रखता है. पीएम मोदी के दौरे के बाद व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरिन जीन-पियरे ने मंगलवार को कहा कि रूस के साथ भारत के रिश्ते इतने मजबूत है कि भारत रूस और यू्क्रेन के बीच युद्ध खत्म कराने की ताकत रखता है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन के साथ युद्ध समाप्त करने का आग्रह करने की ताकत रखते हैं.

युद्ध को रोकने के लिए रूस को मना सकता है भारत: अमेरिका
इस युद्ध में अमेरिका खुलकर यूक्रेन के साथ खड़ा है। पीएम मोदी की रूस यात्रा पर अमेरिका की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिका का मानना है कि रूस और भारत के अच्छे संबंध की वजह से इस युद्ध पर लगाम लगाया जा सकता है।

अमेरिका और भारत एक रणनीतिक भागीदार: कैरिन जीन-पियरे
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे से जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका एक रणनीतिक भागीदार हैं। दोनों देशों के बीच हर मुद्दों पर स्पष्ट बातचीत होती है। यूक्रेन की बात आती है तो भारत सहित सभी देश स्थायी शांति हासिल करने के प्रयासों का समर्थन करते हैं।

कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि अमेरिका का मानना है कि भारत के पास ये क्षमता है कि वो रूस से बातचीत कर युद्ध को रुकवा सकता है। हालांकि, युद्ध को रोकने का आखिरी राष्ट्रपति पुतिन का है। राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध शुरू किया, और वह युद्ध समाप्त कर सकते हैं।”

युद्ध के मैदान में शांति वार्ता सफल नहीं हो सकती: पीएम मोदी
बता दें कि भारत-रूस के बीच मंगलवार को हुए 22वें शिखर सम्मेलन समारोह में पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा उठाया। शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि जब युद्ध में मासूम बच्चों की मौत होती है तो हृदय छलनी हो जाता है और यह दर्द बहुत भयानक होता है। पुतिन को मोदी का साफ संदेश था कि बम, बंदूक और युद्ध के मैदान में शांति वार्ता सफल नहीं हो सकती।

यूक्रेन को मिलेगी बड़ी सौगात
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने ये भी बताया कि नाटो के सदस्य देश यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का मुकाबला करने के लिए एयर डिफेंस के साथ साथ अच्छी मात्रा में गोला बारूद प्रदान करेंगे. उन्होंने आगे कहा, “पुतिन यूक्रेन को खत्म और नक्शे से मिटा देना चाहते हैं,” बाइडेन ने जोर दिया कि यूक्रेन पुतिन को रोक सकता है और वे रोकेगा.
81 साल के बाइडेन अपने पूरे भाषण के दौरान काफी आक्रामक नजर आए. व्हाइट हाउस को उम्मीद है कि नाटो समिट के बाद जो बाइडेन की छवि में सुधार होगा. जो राष्ट्रपति बहस के दौरान बिगड़ गई थी.

अमेरिका ने माना भारत का लोहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा पर पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने कहा कि अमेरिका भारत को रणनीतिक साझेदार मानता है और हम पीएम मोदी की यात्रा पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने मीडिया से ये भी कहा, “मैं यह भी नोट करना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में यूक्रेनी राष्ट्रपति से भी मुलाकात की और आश्वासन दिया था कि भारत यूक्रेन युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान के लिए कोशिश करना जारी रखेगा.” राइडर ने भरोसा जताया कि भारत यूक्रेन रूस युद्ध में शांति के लिए अहम भूमिका निभा सकता है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here