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वायनाड में चमत्कार! वायनाड में मरने वालों की संख्या 308 हुई, हादसे के चार दिन बाद भारतीय सेना को जिंदा मिले 4 लोग

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Miracle in Wayanad! The death toll in Wayanad reached 308, four days after the accident, the Indian Army found 4 people alive

नई दिल्ली। Wayanad Landslides Update केरल में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो रखा है। केरल के वायनाड में तो तबाही ही आ चुकी है। यहां भूस्खलन के चलते 308 लोगों को अब तक जान जा चुकी है।

सेना ने 4 लोगों को जीवित ढूंढा

भारतीय सेना ने आज 4 जीवित व्यक्तियों को ढूंढ निकाला, जिनमें दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं।घायलों को सही ढंग से निकालने के लिए एक उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) का इस्तेमाल किया गया। वायनाड (Wayanad Landslides) पहले ही बड़े पैमाने पर भूस्खलन की मार झेल रहा है। 2 भूस्खलन के चलते अब तक 308 लोगों की मौत हो गई है।

भारतीय सेना की तरफ से कहा गया कि ऑपरेशन को सटीकता और सावधानी के साथ अंजाम दिया गया, जिससे सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। घायलों को निकालने में समन्वय बनाया गया और बचाव कार्य को सुविधाजनक बनाने के लिए लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) का उपयोग किया गया। ऑपरेशन की तेजी के चलते मलबे के बीच फंसे हुए लोगों को समय पर निकाला जा सका है।

ब्रिज बनने से बचाव कार्य में तेजी

अधिकारियों ने बताया कि 190 फुट लंबे ‘बेली ब्रिज’ का निर्माण पूरा होने से बचाव अभियान में तेजी आई है। इस पुल के जरिए खुदाई करने वाली मशीनों सहित भारी मशीनें और एम्बुलेंस मुंडक्कई और चूरलमाला तक पहुंच पाएंगी। बचावकर्मियों की 40 टीम भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के छह जोन अट्टामाला और आरणमाला, मुंडक्कई, पुंचिरिमट्टम,वेल्लारीमाला गांव, जीवीएचएसएस वेल्लारीमाला में पीड़ितों की तलाश करेंगी। बचावकर्मियों की टीम में सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) , डीएसजी, तटरक्षक बल, नौसेना और एमईजी के कर्मियों के साथ-साथ तीन स्थानीय लोग और वन विभाग का कर्मचारी शामिल होगा।

चलियार नदी में भी होगी तलाश

अधिकारियों के अनुसार इसके अलावा चलियार नदी में भी पीड़ितों की तलाश की जाएगी। उन्होंने बताया कि चालियार के 40 किलोमीटर क्षेत्र में स्थित आठ पुलिस थाने के पुलिसकर्मी और स्थानीय तैराक बलों के साथ मिलकर उन शवों की खोज करेंगे, जो संभवतः बहकर नीचे चले गए हैं या नदी के किनारे फंसे हुए हैं। बचाव योजना के अनुसार, तटरक्षक बल, नौसेना और वन विभाग के कर्मी संयुक्त रूप से नदी के किनारों और उन क्षेत्रों पर तालाश अभियान संचालित करेंगे जहां शव फंसे होने की आशंका है। राजस्व मंत्री के. राजन ने एक दिन पहले कहा था कि मलबे में दबे शवों का पता लगाने के लिए दिल्ली से ड्रोन आधारित रडार शनिवार को वायनाड लाया जाएगा। (इनपुट- एएनआई/पीटीआई भाषा)

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