BJP won in Haryana whereas Congress and NC alliance won in Jammu and Kashmir
दो राज्यों की विधानसभाओं के नतीजे आज आ गए हैं. एक तरफ जहां हरियाणा में भाजपा ने बड़ा उलटफेर करते हुए तीसरी बार जीत दर्ज की, वहीं जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और एनसी के गठबंधन ने फतह हासिल की है. जम्मू-कश्मीर में कुछ सीटें ऐसी रहीं, जहां जीत का मार्जिन 1000 वोटों से कम रहा है. आइए जानते हैं कि वो कौन कौन सी सीटें हैं, जहां प्रत्याशियों को बेहद कम मार्जिन से जीत मिली.
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के रफीक अहमद नाइक ने त्राल सीट पर 460 वोटों से जीत दर्ज की – जो इस साल के चुनावों में सबसे कम अंतर से मिली जीत है. पूर्व मंत्री अली मोहम्मद नाइक के बेटे नाइक ने कांग्रेस के सुरिंदर सिंह को हराया. त्राल उन छह निर्वाचन क्षेत्रों में से एक था, जहां जीत का अंतर 1,000 वोटों से कम था।
भारतीय जनता पार्टी की नवोदित शगुन परिहार ने किश्तवाड़ में नेशनल कॉन्फ्रेंस के सज्जाद अहमद किचलू को 521 वोटों से हराकर जीत का दूसरा सबसे कम अंतर दर्ज किया. परिहार के पिता अजीत परिहार और उनके चाचा अनिल परिहार की नवंबर 2018 में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी.
इसके बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के जावेद रियाज थे, जिन्होंने पट्टन में जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के इमरान रजा अंसारी को 603 वोटों के अंतर से हराया.
पूर्व मंत्री सज्जाद गनी लोन हंदवाड़ा सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के चौधरी मोहम्मद रमजान से 662 वोटों के अंतर से हारते-हारते बचे. बांदीपोरा में दो निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच चुनावी जंग बेहद रोमांचक रही; लेकिन निजामुद्दीन भट ने उस्मान अब्दुल मजीद को 811 वोटों के अंतर से हराया. देवसर सीट पर 840 वोटों से जीतने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के पीरजादा फिरोज अहमद छठे उम्मीदवार थे, जिनकी जीत का अंतर 1,000 से कम था.