The glory of Lord Badrinath Dham is infinite Acharya Anshuman Shastri
साकेत तिवारी । तिवारी परिवार चांपा में चल रहे भागवत महापुराण कथा में भगवान बद्रीनाथ जी के धाम की महिमा सुनाते हुए आचार्य अंशुमान शास्त्री सिवनी ने कहा की एक समय जब एक असुर जो की बड़ा ही अत्याचार करता था और उसे यह वरदान था की कोई भी भगवान शिव के मंत्र को करोड़ों की संख्या में जप किया हो वही उसका संघार कर सकते है l समस्त देवताओं के प्रार्थना पर भगवान उस असुर को मारने का विचार कर रहे थे उसी समय सोचें की किसी भी मंत्र का जप करना हो तो नर नारायण पर्वत के मध्य करने से उसकी संख्या 10 हजार गुना हो जाता है अतः कम समय में अधिक जप हेतु भगवान उसी बर्फ पर्वत पर तप करने बैठे तभी ठंडी वातावरण के कारण भगवान नारायन जी का शरीर काला होने लगा तभी माता लक्ष्मी जी बदरी (बेर) के वृक्ष के रुप में छाया करने के लिए प्रकट हुए अतः बदरी रूपी माता जी के नाथ इसीलिए भगवान जी का नाम बद्रीनाथ प्रख्यात हुआ कथा श्रवण करने के लिए चरण दास महंत नेता प्रतिपक्ष छत्तीसगढ़ पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन आयोजक परिवार शशीकला, शिवकुमार तिवारी, दिशा अजय तिवारी, स्वाति जय तिवारी, जया विजय तिवारी एवं समस्त तिवारी पारिवार चाम्पा उपष्ठित रहे।





